Last Updated: Tuesday, April 2, 2013, 17:45

टोक्यो : वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने मंगलवार को कहा कि मुद्रास्फीति में गिरावट तथा आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने की जरूरत को ध्यान में रखते हुए सरकार भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से नीतिगत ब्याज दर में कमी के लिए तर्क देना जारी रखेगी।
उन्होंने कहा, ‘रिजर्व बैंक को इस तथ्य पर ध्यान देना होगा कि मुख्य मुद्रास्फीति में गिरावट आई है भले ही उपभोक्ता मूल्यों पर आधारित मुद्रास्फीति अभी ऊंची बनी हुई हो। उसे ब्याज दरों को कम करने से पहले चालू खाते के घाटे को भी ध्यान में रखना होगा।’
एक साक्षात्कार में वित्त मंत्री ने कहा, ‘सरकार हमेशा ही वृद्धि बढाने की जरूरत पर जोर देती है और वह हमेशा ही चाहती है कि ब्याज दर कम हो।’ भारतीय रिजर्व बैंक मौजूदा वित्त वर्ष के लिए मौद्रिक नीति की घोषणा तीन मई को करेगा।
केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति तथा व्यापक आर्थिक चरों को ध्यान में रखते हुए नीतिगत ब्याज दरों के बारे में फैसला करेगा। चिदंबरम निवेशकों को आकर्षित करने के लिए यहां आए हुए हैं।
उन्होंने कहा कि हालांकि थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति में गिरावट आई है, खुदरा मुद्रास्फीति दहाई अंक में और यह चिंता का कारण है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 2, 2013, 17:45