पंद्रह लाइटहाउस बनाए जाएंगे पर्यटन स्थल

पंद्रह लाइटहाउस बनाए जाएंगे पर्यटन स्थल

नई दिल्ली : पर्यटक जल्द ही ओडिशा के गोपालपुर लाइटहाउस से बंगाल की खाड़ी या मुम्बई स्थित कान्होजी एंग्रे लाइटहाउस से अरब सागर का नजारा देख सकेंगे जिन्हें पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।

गंजम जिले में स्थित गोपालपुर लाइटहाउस समुद्री पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल हुआ करता था क्योंकि इसे प्रसिद्ध व्यापार बंदरगाह के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। केनरी द्वीप स्थित कान्होजी एंग्रे लाइटहाउस का पुर्तगालियों, अंग्रेजों और मराठाओं के लिए सामरिक महत्व था क्योंकि यह दक्षिण से मुम्बई बंदरगाह के प्रवेश द्वार पर स्थित था।

ये दोनों पर्यटन मंत्रालय और जहाजरानी मंत्रालय द्वारा पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित करने के लिए चुने गए 15 धरोहर लाइटहाउसों में शुमार हैं। पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए चुने गए अन्य लाइटहाउस कन्याकुमारी, रामेश्वरम, महाबलीपुरम, चेन्नई, विशाखापट्टनम, चंद्रभागा, पारादीप, आगुआडो, द्वारका और मिनिकोय हैं।

पर्यटन मंत्री के. चिरंजीवी ने जहाजरानी मंत्री जीके वासन और जहाजरानी राज्यमंत्री मिलिंद देवड़ा से बात की है और 15 लाइटहाउसों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए केंद्रीय सहायता उपलब्ध कराए जाने पर सहमति हुई है।

पर्यटन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘परियोजना का उद्देश्य लाइटहाउसों के बारे में जागरूकता पैदा करना और लोगों को लाइटहासों, इनके इतिहास तथा प्रौद्योगिकी के महत्व से अवगत कराना तथा पर्यटकों को भारत के शानदार तटों और सागरों का नजारा दिखाना है।’ देश में लगभग 180 लाइटहाउस हैं जिनमें से ऐतिहासिक महत्व के 15 लाइटहाउसों का पहले चरण में विकास किया जाएगा। (एजेंसी)

First Published: Sunday, July 14, 2013, 12:55

comments powered by Disqus