Last Updated: Monday, September 5, 2011, 06:32
नई दिल्ली : भारत में पहली बार आयोजित हो रही फॉर्मूला वन रेस को भारतीय कंपनियां बेशकीमती अवसर के रूप में देख रही हैं. महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी कंपनियां हालांकि स्वीकार कर चुकी हैं कि फॉर्मूला वन रेस को स्पांसर करना महंगा काम है, लेकिन इसके फायदों को देखते हुए महिंद्रा के अलावा भारती इंटरप्राइेजज, हीरो मोटर्स, मर्सिडीज और सेल सहित कई कंपनियां अपने-अपने तरीके से इस बड़े आयोजन को भुनाने में जुट गई हैं.
विशेषज्ञों का कहना है कि फॉर्मूला वन रेस भारतीय कंपनियों के लिए वैश्विक नजरिए से अपने ब्रांड को नया रूप देने का एक महत्वपूर्ण अवसर है. जेनिथ ओप्टीमीडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवीन खेमका ने कहा कि भारती इंटरप्राइजेज जैसी वैश्विक सोच रखने वाली कंपनियों के लिए यह कदम बिल्कुल उपयुक्त है। जबकि सिर्फ भारतीय बाजार पर ध्यान देने वाली कंपनियों के लिए क्रिकेट काफी है. उन्होंने कहा कि इसमें सीमित मौके हैं क्योंकि विज्ञापन और स्पांसरशिप के लिहाज से एफ वन काफी महंगा है. इसके लिए सौदा पूरे सीजन के लिए होता है न कि केवल भारत में होने वाले आयोजन के लिए.
भारती इंटरप्राइजेज ने ग्रांड प्रिक्स के भारतीय आयोजन में अपने ब्रांड एयरटेल के लिए टाइटल स्पांसरशिप हासिल की है. वहीं हीरो मोटर्स ने भारतीय रेसर नारायण कार्तिकेयन को प्रायोजित करने का निर्णय किया है. महिंद्रा एंड महिंद्रा सोमवार को बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट से जुड़ने की घोषणा करेगी. इसी जगह पर 30 अक्टूबर को फॉर्मूला वन एयरटेल ग्रांड प्रिक्स का उद्घाटन होगा.
स्पांसरशिप हासिल करने के बाद इसे भुनाने के लिए भारती पहले ही प्रमोशन शुरू कर चुकी है. इसमें उपभोक्ताओं को जोड़ने की पहल शामिल है. वहीं हीरो मोटर्स की नजर कार्तिकेयन से खुद को जोड़कर इस बड़े आयोजन का पूरा लाभ उठाने पर है. टाटा ग्रुप, बेस बैटरीज, भारत पेट्रोलियम और एमआरएफ टायर्स भी कार्तिकेयन को प्रायोजित कर रही हैं. हीरो मोटर्स के प्रबंध निदेशक पंकज मुंजाल ने कहा कि हम कार्तिकेयन के साथ ब्रांड प्रमोशन के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करेंगे. साथ ही वह अपनी एफ वन कार पर कंपनी का लोगो लगाएंगे.
First Published: Monday, September 5, 2011, 12:02