बजट से नाखुश बाजार : शेयर, रुपया और सोना सब नीचे

बजट से नाखुश बाजार : शेयर, रुपया और सोना सब नीचे

बजट से नाखुश बाजार : शेयर, रुपया और सोना सब नीचे नई दिल्ली : वित्त मंत्री पी. चिदंबरम द्वारा आज पेश वित्त वर्ष 2013-14 का बजट निवेश में उत्साह का संचार करने में विफल रहा। बजट से नाखुश शेयर बाजार गोता खा गया, वहीं रुपया 50 पैसे की भारी गिरावट के साथ एक सप्ताह के निचले स्तर पर आ गया।

सरकार ने बजट में सोने में निवेश को हतोत्साहित करने के उपाय किए हैं जिससे दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने के भाव 180 रुपये की हानि के साथ 30,150 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गए। वहीं चांदी 335 रुपये की गिरावट के साथ 55,265 रुपये प्रति किलो बोली गई। आम बजट से निराश बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 291 अंक का गोता खाकर 19,000 अंक से नीचे बंद हुआ। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 104 अंक नीचे आ गया।

सरकार ने 2013.14 के आम बजट में कंपनियों और अमीर लोगों पर और कर लगा दिया, वहीं दूसरी ओर बड़े निवेशकों के लिए मामूली रियायतों की पेशकश की है। एफआईआई मुद्दा और एक करोड़ रु से अधिक आय वाले उद्यमियों पर अधिभार लगाने के प्रस्ताव ने बाजार की धारणा कमजोर कर दी। शुरुआती कारोबार में तेजी दर्ज करने वाला सेंसेक्स अंत में 290.87 अंक की गिरावट के साथ 18,861.54 अंक पर बंद हुआ। 27 नवंबर के बाद सेंसेक्स का यह सबसे निचला स्तर है।

इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 103.85 अंक की गिरावट के साथ 5,693.05 अंक पर आ टिका। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 24 कंपनियों के शेयर भाव में गिरावट आई। वहीं दूसरी ओर वैश्विक मंदी के बीच मौजूदा उच्व्चस्तर पर स्टाकिस्टों की बिकवाली के चलते सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आई। खासकर सोने के निवेशकों को बजट पसंद नहीं आया।

बजट से निराश रुपये में भी 2013 की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट दर्ज हुई। पूंजी के बाह्य प्रवाह से रुपया 50 पैसे की गिरावट के साथ एक सप्ताह के निचले स्तर 54.36 प्रति डालर पर आ गया। इससे पहले 4 जनवरी, 2013 को रुपये में 57 पैसे का नुकसान रहा था।

कोटक महिंद्रा बैंक के ट्रेजरी प्रमुख मोहन शिनाय ने कहा, ‘सरकार ने अगले वित्त वर्ष में शुद्ध उधारी का लक्ष्य 17,000 करोड़ रुपये अधिक रखने का प्रस्ताव किया है। यह दलाल पथ की उम्मीदों से कहीं ऊंचा है। इससे जहां शेयर बाजार की धारणा प्रभावित हुई, वहीं रुपया भी बुरी तरह प्रभावित हुआ।

मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (इक्विटी) रिकेश पारेख ने कहा, ‘विनिवेश और स्पेक्ट्रम बिक्री से अधिक राजस्व प्राप्त न होन के अनुमान पर बाजार ने नकारात्मक प्रतिक्रिया दी क्योंकि इससे राजकोषीय घाटा अनुमान से अधिक जा सकता है।’ बंबई शेयर बाजार के शुरुआती आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने आज भारतीय शेयर बाजारों से 24.24 करोड़ डालर (लगभग 1,317.79 करोड़ रुपए) की भारी निकासी की। (एजेंसी)

First Published: Thursday, February 28, 2013, 20:53

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