Last Updated: Friday, February 15, 2013, 23:59

मुंबई : फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलोंद ने शुक्रवार को कहा कि फ्रांसीसी कंपनियां भारत में एक अरब डॉलर का निवेश करना चाहती हैं, लेकिन भारत को अड़चनें हटाकर बाजार खोलने के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे।
यहां देश की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई में उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए ओलोंद ने कहा, ‘बाजार खोलने में हमेशा ही बाधाएं आती हैं।’ हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि वह इस देश के राजनीतिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं।
अपनी दो दिन की भारत यात्रा पूरी करते हुए ओलोंद ने स्वीकार किया कि ये बाधाएं (बाजार में सुधार लाने के) दोनों ही देश में मौजूद हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं यहां राजनीतिक निर्णयों में हस्तक्षेप करने नहीं आया हूं, बल्कि ये निर्णय (बाजार खोलने के) चाहे जो भी हो, आवश्यक हैं।’
उन्होंने कहा,‘हम सभी यह जानते हैं कि भारत का एक महान भविष्य है और हम इसका हिस्सा बनना चाहते हैं।’ ओलोंद ने कहा कि भारत में 10 प्रतिशत की वृद्धि दर से बढ़ने की संभावना है लेकिन साथ ही विशाल आकार के मद्देनजर इसके समक्ष जबरदस्त चुनौतियां भी हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 15, 2013, 23:59