Last Updated: Friday, September 28, 2012, 16:03

नई दिल्ली : देश के आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर अगस्त माह में घटकर 2.1 प्रतिशत रह गई है। पिछले साल इसी महीने में यह 3.8 फीसद रही थी। कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, उर्वरक और सीमेंट का उत्पादन गिरने से यह कमी हुई है।
शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त के दौरान बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर 2.8 फीसद रही है। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह आंकड़ा 5.5 प्रतिशत था।
बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटने की मुख्य वजह प्राकृतिक गैस, सीमेंट, उर्वरक और कच्चे तेल के उत्पादन में गिरावट आना है। इस दौरान इस्पात तथा बिजली क्षेत्र की वृद्धि दर में भी कमी आई।
अगस्त में प्राकृतिक गैस का उत्पादन एक साल पहले इसी माह की तुलना में 13.5 प्रतिशत कम रहा जबकि कच्चे तेल के उत्पादन में 0.6 फीसद की कमी आई। माह के दौरान उर्वरक उत्पादन में 2.1 प्रतिशत तथा सीमेंट उत्पादन में 2.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
आलोच्य माह में इस्पात उद्योग की उत्पादन वृद्धि दर घटकर 1.8 प्रतिशत और बिजली क्षेत्र की वृद्धि घटकर 1.7 फीसद रही। पिछले साल अगस्त में इन क्षेत्रों ने सालाना आधार पर क्रमश: 7.9 प्रतिशत और 9.4 फीसद की वृद्धि दर्ज की थी। हालांकि इस साल अगस्त में कोयले का उत्पादन 11 प्रतिशत बढ़ा है, जबकि पिछले साल इसी महीने में इसमें 15.2 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
इसी तरह पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादन माह के दौरान 8.4 प्रतिशत बढ़ा, जबकि अगस्त, 2011 में इसकी वृद्धि दर 3.8 प्रतिशत रही थी। इन आठ बुनियादी उद्योगों का कुल औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 37.9 प्रतिशत का भारांश है।
इससे पिछले तीन महीनों में भी औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटी थी। मई में यह घटकर 4 प्रतिशत रही, जबकि जून में यह 3.6 प्रतिशत और जुलाई में 1.8 प्रतिशत रही। इससे पिछले साल के इन्हीं महीनों में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर क्रमश: 5.9, 5.6 और 8.2 प्रतिशत रही थी। (एजेंसी)
First Published: Friday, September 28, 2012, 13:34