Last Updated: Thursday, May 16, 2013, 14:18

नई दिल्ली : भारत में 2013 की पहली तिमाही में सोने की मांग सालाना आधार पर 27 प्रतिशत बढ़कर 256.5 टन रही। यह बात विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) ने कही है। सोने की सबसे ज्यादा खपत भारत में होती है। पिछले साल इसी तिमाही में सोने का आयात 202.1 टन था।
डब्ल्यूजीसी इंडिया के प्रबंध निदेशक सोमसुंदरम पीआर ने यहां संवाददाताओं से कहा ‘जेवरात और निवेश दोनों के लिहाज से सोने की मांग मजबूत रही। साने की कीमत में हाल में हुए उतार-चढ़ाव से भारतीय उपभोक्ताओं के सोने की खरीद का रुझान बढ़ा ही है।’ उन्होंने कहा कि सोना भरोसेमंद परिसंपत्ति है जिसने भारतीय परिवारों को पीढ़ी दर पीढ़ी संपत्ति को सुरक्षित रखने में मदद की है।
सोमसुंदरम ने कहा ‘शादी-ब्याह और त्योहारी मौसम होने के कारण हमारा अनुमान है कि सोने की मांग जोरदार रहेगी।’ डब्ल्यूजीसी के मुताबिक मूल्य के लिहाज से भारत में सोने की मांग इस वर्ष जनवरी-मार्च तिमाही में 32 प्रतिशत बढ़कर 72,899.4 करोड़ रुपए हो गई जो साल भर पहले इसी दौरान 55,148.7 करोड़ रुपए के बराबर थी।
कुल मिलाकर समीक्षाधीन अवधि में जेवरात की मांग 15 प्रतिशत बढ़कर 159.5 टन हो गई जबकि निवेश की मांग 52 प्रतिशत बढ़कर 97 टन हो गई जो पिछले साल की इसी अवधि में 63.8 टन थी।
इसी अवधि में सोने की वैश्विक मांग 13 प्रतिशत घट कर 963 टन रही। इस दौरान विश्व में सोने के जेवरात , छड़ और गिन्नी की मांग बढी पर एक्सचंेज में सूचीबद्ध स्वर्ण निवेश कोषों के यूनिटों से धन की भारी निकासी की गयी। (एजेंसी)
First Published: Thursday, May 16, 2013, 14:18