`भारतीय कंपनियों ने अमेरिका में सृजन किया 50000 नौकरियों`

`भारतीय कंपनियों ने अमेरिका में सृजन किया 50000 नौकरियों`

वाशिंगटन : ऐसे समय में जबकि आर्थिक सुस्ती की वजह से रोजगार सृजन एक बड़ा मुद्दा बन गया है भारतीय कंपनियों ने भारी निवेश के जरिये अमेरिका में 50,000 रोजगार अवसरों का सृजन किया। अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी ने यह बात कही है।

अमेरिका के उप विदेश मंत्री विलियम बर्न्से ने कल कहा, हमारे आर्थिक संबंध बहुत हद तक दोहरे रास्ते जैसे हैं। दोनों अपने यहां वृद्धि और निवेश बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। भारतीय नियंत्रित और ओहियो स्थित टाटा संयंत्र में हजारों अमेरिकी नागरिकों को काम मिला जो कि भारतीय कंपनियों द्वारा अमेरिका में पैदा किए गए 50,000 से अधिक रोजगार अवसरों का एक हिस्सा है।

अमेरिका के छोटे, मध्यम और बड़े उद्योगों के लिए भारत में अवसरों में बढ़ोतरी हो रही है। बर्न्सम ने कहा कि 2025 तक भारत के विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की संभावना जतायी जा रही है। लेकिन मैकिंजे के मुताबिक अभी 90 प्रतिशत भारतीयों के पास ब्राडबैंड नहीं है और 2030 तक के लिए जरूरी बुनियादी ढांचे का 80 प्रतिशत का निर्माण अभी नहीं किया जा सका है। भारत की योजना अगले पांच साल में बुनियादी ढांचा क्षेत्र में 1000 अरब डालर निवेश करने की है।

बर्न्सल ने जोर दे कर कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय यह बताने की लगातार कोशिश कर रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाध्यताओं का पालन न करने पर ईरान को क्या नतीजे भुगतने होंगे। इस तरह के दबाव का अंत भी नहीं है। उन्होंने कहा, इस तरह के प्रयास इसलिए किये जा रहे हैं ताकि ईरान बातचीत करे और अंतरराष्ट्रीय दायित्वों के पालन के लिए गंभीरतापूर्वक नतीजा निकाले।

सितंबर में संपन्न भारत अमेरिका उर्जा वार्ता का हवाला देते हुए बर्न्सा ने कहा कि उर्जा विभाग अमेरिका से गैस के आयात के भारत के अनुरोध पर बहुत सावधानी से विचार कर रहा है। मुझे उम्मीद है कि हम जल्द ही किसी न किसी निष्कर्ष पर पहुंच जाएंगे। बर्न्सी ने कहा कि भारत ने हाइड्रोकार्बन के स्रोतों के विविधीकरण में दिलचस्पी जाहिर की है क्योंकि वह तेल के लिए इराक और सउदी अरब की ओर देख रहा है। भविष्य में उत्तरी अमेरिका भी कुछ संभावनाएं मुहैया करा सकता है। उन्होंने कहा, लेकिन अक्षय उर्जा के क्षेत्र में हम पर्यावरण संबंधी चिंताओं के हल के लिए बड़े सौदे भी कर सकते हैं। (एजेंसी)

First Published: Saturday, October 27, 2012, 13:08

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