मंदिरों से सोना लेने के सरकार के कदम का विरोध करेगी भाजपा: स्वामी

मंदिरों से सोना लेने के सरकार के कदम का विरोध करेगी भाजपा: स्वामी

हैदराबाद : पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने आज यहां कहा है कि कुछ मंदिरों का सोना अपने कब्जे में लेने के सरकार के किसी भी कदम का भारतीय जनता पार्टी विरोध करेगी। हाल ही में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि चालू खाते के उंचे घाटे की मुख्य वजह सोना, कोयला और कच्चे तेल का भारी आयात है। हाल ही में रिजर्व बैंक ने सोने का आयात हतोत्साहित करने के लिए कुछ पाबंदियां लगाई हैं।

यहां एक बैठक के दौरान स्वामी ने संवाददाताओं को बताया, सरकार को मंदिरों से सोना नहीं लेना चाहिए। ये कार्य राष्ट्र-विरोधी हैं। हम इसका विरोध करेंगे। हम इसे अदालत में चुनौती देंगे।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रिजर्व बैंक वाणिज्यिक बैंकों से यह चर्चा कर रहा है कि मंदिर के न्यासों को इस बात के लिए कैसे राजी किया जाय कि वे बेकार पड़े सोने के आभूषणों को जमा करें जिसे बुलियन में तब्दील किया जा सकता है। स्वामी ने कहा कि यदि सरकार विदेशी मुद्रा संकट को हल करने के लिए गंभीर है तो उसे उन लोगों को पैसा स्वदेश लाने के लिए कहना चाहिए जिन्होंने विदेशी बैंकों में धन जमा कर रखे हैं।

इससे पहले एक व्याख्यान में स्वामी ने सुझाव दिया कि रिजर्व बैंक को डालर की मांग घटाने के लिए कम से कम 20 अरब डॉलर की विदेशी मुद्रा बेचने की पहल करनी चाहिए। स्वामी ने कहा कि सरकार को एक झटके में यह करना चाहिय ताकि रुपया 50 पर आ जाये, और मुनाफाखोरी करने वालों को नुकसान उठाना पड़े।

उन्होंने यह सुझाव भी दिया कि सरकार को पी-नोट्स को भी खत्म कर देना चाहिए जिसे विदेशी मुद्रा संकट के लिए मूल कारण माना जाता है। वित्तीय संकट खत्म करने में संप्रग सरकार को ‘विफल’ बताते हुए स्वामी ने विचार व्यक्त किया कि व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार से रपया गिरा है। (एजेंसी)

First Published: Saturday, August 31, 2013, 19:41

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