Last Updated: Sunday, September 9, 2012, 14:40
मुंबई : भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) मनी लांड्रिंग तथा आतंकवाद के वित्तपोषण से संबंधित मामलों में 35 शेयर ब्रोकरों की जांच कर रहा है। बाजार नियामक इन मामलों में जल्द और कार्रवाई कर सकता है।
सेबी ने वित्त वर्ष 2011-12 में मनी लांड्रिंग रोधक तथा आतंकवाद वित्तपोषण रोधक (एएमएल एंड सीएफटी) नियमन के उल्लंघन में 300 से अधिक बाजार इकाइयों की जांच की। शेयर बाजारों तथा डिपाजिटरीज द्वारा की गई कार्रवाई के बाद सेबी ने यह कदम उठाया है।
ब्रोकरों की जांच अपने ग्राहक को जानो, छानबीन की प्रक्रिया और उनके द्वारा विभिन्न एएमएल और सीएफटी नियमन के उल्लंघन के मामले में की गई है।
वहीं, दूसरी ओर शेयर बाजारों और डिपाजिटरीज ने इसी तरह की छानबीन के बाद कार्रवाई की है।
सेबी की 2011-12 की सालाना रिपोर्ट में कहा गया है कि उसने 35 शेयर ब्रोकरों के खिलाफ केवाईसी (अपने ग्राहक को जानो) छानबीन तथा इस बारे में विभिन्न नियमन के उल्लंघन के मामले में विशेष उद्देश्यीय जांच की है। सेबी ने कहा है कि इन मामलों में कार्रवाई का काम प्रगति पर है।
भारतीय पूंजी बाजार को मनी लांड्रिंग और आतंकवाद के वित्तपोषण से पूरी तरह मुक्त रखने के उद्देश्य से प्रमुख शेयर बाजारों (एनएसई और बीएसई) तथा डिपाजिटरीज (सीडीएसएल और एनडीएसएल) ने कुल 322 सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की है। इनमें से 45 इकाइयों पर कुल 2.5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है, वहीं शेष को बिना कोई जुर्माना लगाए निर्देश दिए गए हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 9, 2012, 14:40