रसोई गैस के दाम में 11.42 रुपए की बढ़ोतरी

रसोई गैस के दाम में 11.42 रुपए की बढ़ोतरी

रसोई गैस के दाम में 11.42 रुपए की बढ़ोतरीनई दिल्ली : गैस सिलेंडर वितरकों का कमीशन बढ़ाने के सरकार के फैसले के बाद घरेलू रसोई गैस सिलेंडर का दाम शनिवार को 11.42 रुपए प्रति सिलेंडर बढ़ा दिया गया। इसके साथ ही सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर का दाम दिल्ली में 410.42 रुपए हो जाएगा।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने शुक्रवार को ही इस संबंध में आदेश जारी कर दिया। एलपीजी डीलर का कमीशन 25.83 रुपए से बढ़ाकर 37.25 रुपए प्रति सिलेंडर कर दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार एलपीजी डीलर कमीशन वृद्धि का बोझ उपभोक्ताओं पर डाला जा रहा है।

डीलर का कमीशन बढ़ाने के फैसले के बाद दिल्ली में 399 रुपए में मिलने वाला सब्सिडीयुक्त गैस सिलेंडर 410.42 रुपए का हो जाएगा। यह निर्णय सरकार के उस फैसले के कुछ ही सप्ताह के भीतर ही आ गया जिसमें सब्सिडीयुक्त सिलेडर की आपूर्ति एक साल में छह सिलेंडर पर सीमित कर दी गई।

डीलर कमीशन बढ़ने से बाजार मूल्य पर मिलने वाला एलपीजी सिलेंडर भी 12.17 रुपए महंगा होगा। इस पर डीलर का कमीशन 38 रुपए कर दिया गया है। इसके साथ ही बाजार मूल्य पर एलपीजी सिलेंडर भी महंगा होगा।

पेट्रोल और डीजल के दाम भी कुछ बढ़ सकते हैं। पेट्रोलियम मंत्रालय इसके डीलरों का कमीशन बढ़ाने पर भी विचार कर रहा है। पेट्रोल पर 23 पैसे और डीजल का कमीशन दस पैसे प्रति लीटर बढ़ने की उम्मीद है।

पेट्रोलियम मंत्रालय पेट्रोल और डीजल पर भी डीलर कमीशन बढ़ाने पर विचार कर रहा है। मंत्रालय पेट्रोल पर डीलर कमीशन 23 पैसे बढ़ाकर 1.72 रुपए और डीजल पर 10 पैसे बढ़कर 1.01 रुपए लीटर कर सकता है। हालांकि, डीलर अपने कमीशन में कहीं ज्यादा वृद्धि की मांग कर रहे हैं। डीलरों की पेट्रोल पर 67 पैसे और डीजल पर 42 पैसे प्रति लीटर कमीशन बढ़ाने की मांग है।

डीलरों के अनुसार बिजली, पानी के दाम बढ़ने और पेट्रोल, डीजल के दाम में समय समय पर बदलाव होने से उनकी लागत काफी बढ़ी है।

सरकार ने पहाड़ी इलाकों में इस्तेमाल किए जाने वाले पांच किलो के गैस सिलेंडर पर भी कमीशन 5.33 रुपए बढ़ाकर 18.63 रुपए प्रति सिलेंडर कर दिया है।

पेट्रोल पंप डीलर लंबे समय से पेट्रोल, डीजल पर कमीशन बढ़ाने की मांग करते रहे हैं। डीलरों की पेट्रोल पर कमीशन बढ़ाकर 2.10 रुपए और डीजल पर 1.33 रुपए प्रति लीटर करने की मांग है। उनका कहना है कि पेट्रोल पंप पूरे साल रात-दिन खुले रहते हैं, इसलिए उनकी संचालन लागत काफी अधिक होती है। जबकि एलपीजी वितरक एजेंसियां राष्ट्रीय अवकाश पर और सप्ताह में एक दिन बंद रहती हैं।

फैडरेशन ऑफ ऑल इंडिया पेट्रोलियम ट्रेडर्स के महासचिव अजय बंसल ने कहा कि पेट्रोल पंप मालिकों पर काफी दबाव रहता है। उन्हें पेट्रोल, डीजल के अलावा ग्राहकों को शौचालय, पीने का पानी और टायरों में हवा भरने की सुविधाएं भी उपलब्ध करानी होती हैं। उन्होंने इस पर भी सवाल उठाया कि पेट्रोल पंप डीलर कमीशन मात्र 10 प्रतिशत बढ़ाया गया है जबकि एलपीजी डीलर कमीशन 50 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया। (एजेंसी)

First Published: Saturday, October 6, 2012, 14:11

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