Last Updated: Monday, November 26, 2012, 15:11

नई दिल्ली : रिलायंस इंडस्ट्रीज ने केजी-डी6 क्षेत्र में गैस उत्पादन स्तर को कम रख कर गैस जमाखोरी संबंधी आरोपों को खारिज किया किया है। कंपनी का कहना है कि केजी बेसिन क्षेत्र में गैस का भंडारण करना तकनीकी तौर पर असंभव है।
कंपनी ने अपने दावे की पुष्टि के लिए अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों नियुक्त करने की मांग की है।
पेट्रोलियम मंत्रालय के सचिव को लिखे पत्र में रिलायंस ने कहा,‘(केजी-डी6 ब्लाक के) डी1-डी3 फील्ड में गैस भंडार को जमा रखना तकनीकी तौर पर असंभव है। तेल और गैस कुओं में सक्रियता रहती है यह कोई शीत भंडारण जैसी प्रणाली नहीं होती। इनमें प्रवाह और उत्पादन जुड़े रहते हैं।’
जी सी चतुर्वेदी को लिखे पत्र में कंपनी के कार्यकारी निदेशक पीएमएस प्रसाद ने अनुमानों और इसके लिए उठाए गए कदमों की स्वतंत्र पुष्टि के लिए अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के दल को नियुक्त करने की मांग की है।
गौरतलब है कि डी1-डी3 से गैस उत्पादन में कमी आई है। यह अगस्त 2010 के प्रतिदिन 5.5 करोड़ घन मीटर से घटकर फिलहाल 2 करोड़ घन मीटर प्रतिदिन से भी कम रह गई है।
इसके अलावा इस क्षेत्र के 18 कुओं में से छह पानी और बालू घुसने की वजह से बंद हो गए हैं। केजी-डी6 से फिलहाल प्रतिदिन करीब 2.5 करोड़ घन मीटर गैस का उत्पादन हो रहा है। इसमें एमए क्षेत्र का उत्पादन भी शामिल है। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 26, 2012, 14:02