Last Updated: Monday, August 19, 2013, 17:54

मुंबई : डॉलर के मुकाबले रुपये के नये निम्न स्तर तक पहुंचने का असर आज फिर शेयर बाजार पर दिखा और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 291 अंक लुढ़ककर चार महीने के निम्न स्तर 18,307.52 अंक पर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बैंक, वाहन, औषधि तथा एफएमसीजी कंपनियों के शेयरों की बिकवाली से निवेशकों की शेयर परिसंपत्ति में करीब एक लाख करोड़ रुपये की कमी आ गई।
रुपये को थामने के लिये रिजर्व बैंक और सरकार के तमाम कदमों के बावजूद घरेलू मुद्रा में गिरावट जारी है और यह 63 के नीचे पहुंच गई। साथ ही वैश्विक बाजारों में कमजोर रूख तथा अमेरिका द्वारा अगले महीने की शुरूआत में ही आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज को वापस लिये जाने को लेकर अटकलों से बाजार धारणा कमजोर हुई।
शुक्रवार को 769 अंक की गिरावट के बाद 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 18,587.38 अंक पर खुला। बिकवाली दबाव बढ़ने से कारोबार के दौरान सेंसेक्स 18139.15 तक चला गया था। लेकिन बाद में इसमें थोड़ा सुधार हुआ। फिर भी यह 290.66 अंक या 1.56 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,307.52 अंक पर बंद हुआ। अप्रैल 2012 के बाद यह सबसे निम्न स्तर है। उस समय सेंसेक्स 18,242.56 अंक पर बंद हुआ था।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 93.10 अंक या 1.69 प्रतिशत की गिरावट के साथ 5,414.75 अंक पर बंद हुआ। एमसीएक्स-एसएक्स का एसएक्स 40 सूचकांक 201.76 अंक या 1.82 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,881.76 अंक पर बंद हुआ।
आईसीआईसीआई बैंक तथा एसबीआई शेयरों की अगुवाई में बाजार गिरा, हालांकि, इंफोसिस के नेतृत्व में सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनियों का शेयर मजबूत हुआ। रपये में गिरावट से उम्मीद है कि सॉफ्टवेयर कंपनियों की आय बढ़ेगी जिसका असर उनके शेयरों पर पड़ा। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 19, 2013, 17:54