Last Updated: Saturday, January 26, 2013, 21:47

दावोस : दुनिया के कई प्रमुख देशों में छाई मंदी के बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रमुख क्रिस्टीन लेगार्दे ने यहां जुटे नेताओं से कहा कि वह शांत होकर नहीं बैठें और अपने प्रयासों को जारी रखें।
विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की सालाना बैठक में दुनियाभर से यहां पहुंचे राजनेताओं, उद्योगपतियों और व्यावसायिों से उन्होंने कहा,‘मैं चाहूंगी कि आप लोग ‘ढिलाई नहीं बरतने’ के सिद्धांत पर आगे बढ़ते रहें। वर्ष 2013 में अर्थव्यवस्थाओं में कमजोर सुधार का अनुमान लगाया गया है, इसलिये मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगी कि आप लोग ढिलाई नहीं बरतें और शांत होकर नहीं बैंठें।’
डब्ल्यूईएफ के वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण से जुड़े एक सत्र को संबोधित करते हुये लेगार्द ने कहा कि दुनियाभर में केन्द्रीय बैंकों ने हाल ही में कई कड़े फैसले लिये हैं और कुछ राजनेताओं ने भी आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिये अपनी तरफ से कदम उठाये हैं।
उन्होंने कहा,‘अमेरिका और यूरोप में अभी भी कई मुश्किल फैसले होने हैं। यूरोक्षेत्र में उसकी प्रतिस्पर्धात्मकता फिर से आनी चाहिये।’ उन्होंने कहा कि अमेरिका में आर्थिक वृद्धि में कुछ सुधार हुआ है।
आईएमएफ की प्रबंध निदेशक ने कहा,‘जहां तक उभरती अर्थव्यवस्थाओं का सवाल है, विशेषकर चीन का जहां तक मामला है वहां कारोबारी गतिविधियों को नये सिरे से संतुलित किये जाने की संभावना है। वहां घरेलू बाजार और घरेलू खपत बढ़ाने पर गौर किया जा सकता है और निर्यात की तरफ ध्यान कम हो सकता है।’
चीन के केन्द्रीय बैंक ‘पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना’ के डिप्टी गवर्नर यी गैंग ने कहा कि लगातार सात तिमाहियों में धीमी वृद्धि के बाद पिछले तिमाही में चीन की आर्थिक वृद्धि बढ़ी है। चीन आने वाले समय में आठ प्रतिशत आर्थिक वृद्धि की उम्मीद कर रहा है।
ओईसीडी महासचिव एंजेल गुरिया ने कहा कि संकट का समय निकल जाने मात्र से ही आराम करने लग जाना गलत होगा। (एजेंसी)
First Published: Saturday, January 26, 2013, 21:47