Last Updated: Wednesday, August 29, 2012, 21:23
नई दिल्ली : मानसून के अल नीनो से प्रभावित होने की संभावना नहीं है। ऐसे में अगले महीने यानी सितंबर में बारिश बेहतर होने की उम्मीद है, जिसका फायदा धान और खरीफ की अन्य फसलों को मिलेगा। कृषि सचिव आशीष बहुगुणा ने बुधवार को यह बात कही।
बहुगुणा ने उद्योग मंडल सीआईआई के एक कार्यक्रम में कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि सितंबर की बारिश अल नीनो से प्रभावित होगी। यदि अल नीनो का तापमान बढ़ता भी है तो इसका असर हमारे मानसून पर नहीं पड़ेगा। संभवत: इसका असर दुनिया के अन्य हिस्सों में दिखेगा।’ उन्होंने कहा कि अभी तक बारिश की कमी 13 फीसदी रही है। लेकिन मौसमी बारिश की स्थिति सुधरी है, क्योंकि इंडियन नीनो कहे जाने वाला इंडियन ओशन डिपोल (आईओडी) फिर लौटा है।
बहुगुणा ने कहा कि सितंबर में अच्छी बारिश से मिट्टी की नमी को कायम रखने में मदद मिलेगी, जिससे रबी फसलों की बुवाई को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि इससे खरीफ फसल को भी लाभ होगा। उन्होंने कहा कि अभी बरसात के कई अच्छे दिन सामने आ सकते हैं। उत्तर-पश्चिम भारत से मानसून की वापसी संभवत: देरी से होगी।
कृषि सचिव ने कहा कि आमतौर पर उत्तर-पश्चिम से मानसून 1 सितंबर से लौटना शुरू होता है। इस साल ऐसा लगता है कि इसमें देरी होगी। मानसून देरी से आया। ऐसे में इसकी वापसी भी देर से होगी। अभी हमें कई दिन और अच्छी बारिश देखने को मिल सकती है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 29, 2012, 21:23