Last Updated: Sunday, May 12, 2013, 16:11
नई दिल्ली : देश का सोने का आयात चालू वित्त वर्ष 2013-14 में 50 प्रतिशत घटकर 500 टन पर आ सकता है। एमएमटीसी के एक अधिकारी का कहना है कि यदि रिजर्व बैंक द्वारा बैंकों के सोना आयात पर अंकुश लगाने के कदमों को प्रभावी किया जाता है, तो सोने के आयात में भारी कमी आएगी। दुनिया में पीली धातु के सबसे बड़े उपभोक्ता देश भारत में 2012-13 में सोने का आयात 830 टन रहा था।
रिजर्व बैंक ने इसी माह जारी 2013-14 की मौद्रिक नीति की समीक्षा में बैंकों द्वारा विदेशों से सोने की खरीद के नियमन को कड़ा करने का प्रस्ताव किया है। इसके अलावा चालू खाते के घाटे (सीएडी) में कमी लाने के लिए रिण की सुविधा में भी कमी लाने का प्रस्ताव है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि वह मई के अंत तक इस बारे में विस्तृत दिशानिर्देश लाएगा।
एमएमटीसी के बहुमूल्य धातु विभाग के महाप्रबंधक अश्विनी कपूर ने कहा, ‘‘यदि रिजर्व बैंक ने इन प्रस्तावों को अधिसूचित करता है तो देश का कुल सोने का आयात चालू वित्त वर्ष में 50 प्रतिशत तक घट जाएगा।’’ कपूर ने कहा कि यदि ये अधिसूचना जारी नहीं होती है, तो इस वित्त वर्ष में सोने के आयात का आंकड़ा 1,000 टन पर पहुंच सकता है। विशेष रूप से यह देखते हुए कि सोने की कीमतों में हाल में आई गिरावट से घरेलू मांग में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है।
उन्होंने कहा कि यदि रिजर्व बैंक के प्रतिबंध लागू नहीं होते हैं, तो चालू वित्त वर्ष में एमएमटीसी की विदेशांे से सोना खरीद का आंकड़ा 200 टन तक जा सकता है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 38 टन रहा था। इस समय सोने की कीमत करीब 15 प्रतिशत घटकर 27,500 रुपये प्रति दस ग्राम चल रही है। एक साल पहले सोना 32,000 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया था। (एजेंसी)
First Published: Sunday, May 12, 2013, 16:11