Last Updated: Friday, May 17, 2013, 13:49

नई दिल्ली : आईपीएल में जिस स्पॉट फिक्सिंग स्कैंडल ने भूचाल ला दिया है, उसके पीछे माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम के एक करीबी सहयोगी का हाथ बताया जा रहा है। फोन पर बातचीत में उसका नाम सुनील रामचंदानी उर्फ सुनील दुबई जबकि मुख्य बुकी को ‘जुपिटर’ नाम से बुलाया जा रहा था।
एक प्रमुख समाचार पत्र ने दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी के हवाले से बताया कि खिलाड़ियों को पैसे जिस तरीके से दिया गया, उससे इस मामले से दाऊद के सीधे जुड़ाव का संकेत मिलता है।
दिल्ली पुलिस ने भारतीय टीम के तेज गेंदबाज शांताकुमारन श्रीसंत सहित राजस्थान रॉयल्स टीम के दो प्रमुख खिलाड़ियों अंकित चव्हाण और अजीत चंदेला को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इन खिलाड़ियों के अलावा 11 सटोरियों को भी गिरफ्तार किया।
इसके पहले दिल्ली पुलिस के आयुक्त नीरज कुमार ने गुरुवार को कहा कि आईपीएल स्पाट फिक्सिंग मामले में मुंबई अंडरवर्ल्ड शामिल है। इससे भ्रदजनों के खेल में अंडरवर्ल्ड के प्रभाव के संकेत मिले हैं। कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि इस प्रकरण के मुख्य ‘साजिशकर्ता विदेश में बैठे’ हैं और मुंबई अंडरवर्ल्ड इससे जुड़ा है।
स्पाट फिक्सिंग के आरोप में तीन क्रिकेटरों की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए कुमार ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने अप्रैल में जांच शुरू की थी जब उसे सूचना मिली थी कि मुंबई अंडरवर्ल्ड सट्टा लगाने के लिए कई सट्टेबाजों और कुछ खिलाड़ियों से संपर्क कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण के तार विदेशों से जुड़े हैं और मुख्य साजिशकर्ता विदेश में बैठे हैं।
यह पूछने पर कि क्या मुख्य साजिशकर्ता दुबई में है, कुमार ने कहा कि वह ठिकाने के बारे में कुछ नहीं कह सकते लेकिन इस तरह की सूचना थी कि इस रैकेट के तार विदेशों से जुड़े हैं। यह पूछने पर कि क्या दाउद इब्राहिम या और कोई अंडरवर्ल्ड सरगना इससे जुड़ा है, कुमार ने कहा, ‘जब तक पुख्ता सबूत नहीं मिलता तब तक किसी का नाम लेना मुश्किल है। ऐसा कोई सबूत नहीं है जिसके आधार पर मैं अंडरवर्ल्ड के किसी सदस्य का नाम ले सकूं। लेकिन यह कहना पर्याप्त होगा कि इसके तार विदेश से जुड़े हैं और हमारे पास इसका निश्चित तौर पर सबूत है।’
कुमार ने कहा, ‘हम अप्रैल से उन पर नजर रखे हुए थे। हमने उन्हें गलती करने का मौका दिया। मुख्य साजिशकर्ता विदेश में बैठा है।’
उन्होंने कहा, ‘यह रातों रात नहीं हुआ। सट्टेबाज प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान करते हैं और फिर ऐसे लोगों की पहचान करते हैं जो समझौता कर सकें और वे एक निश्चित समय में यह काम करते हैं।’ कुमार ने कहा, ‘हमने जो जांच की, उसमें यह सिर्फ संयोग है कि एक ही टीम के तीनों खिलाड़ी हमारी जांच के दायरे में आए। हम यह नहीं कह सकते कि अन्य टीमों और अन्य मैचों में ऐसा नहीं हो रहा, हम निश्चित तौर पर ऐसा कुछ नहीं कह सकते।’ (एजेंसी)
First Published: Friday, May 17, 2013, 09:58