Last Updated: Sunday, November 13, 2011, 07:43
कोलकाता : टीम इंडिया के त्रिमूर्ति माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण का जादू कोलकाता के ईडन गार्डेन में कुछ खास है। यह मैदान भी कई रिकार्ड का गवाह रहा है।
ईडन गार्डेन में भारत और वेस्टइंडीज के बीच 14 नवम्बर से दूसरा टेस्ट खेला जाना है। भारत फिरोजशाह कोटला मैदान में पहला टेस्ट जीतकर तीन मैचों की शृंखला में 1-0 से आगे है और वह ईडन गार्डेन में शृंखला अपने नाम करने के इरादे के साथ उतरेगा।
भारतीय त्रिमूर्ति में लक्ष्मण का ईडन गार्डेन से खास प्रेम है जबकि द्रविड़ भी अपना स्पेशल इसी मैदान के लिए संभालकर रखते हैं। कोटला में शतकों का महाशतक पूरा करने से चूक गए सचिन ईडन गार्डेन में इस उपलब्धि को हासिल करना चाहेंगे।
ईडन गार्डेन में अपने करियर की 281 रन की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलने वाले लक्ष्मण ने इस मैदान में नौ टेस्टों में 94.63 के औसत से सर्वाधिक 1041 रन बनाए हैं जिनमें चार शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं। इसी मैदान पर 180 रन की पारी खेलने वाले द्रविड़ ने यहां आठ मैचों में 64.84 के औसत से 843 रन बनाए हैं जिनमें तीन शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं।
लक्ष्मण, पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन (860) और द्रविड़ के बाद सर्वाधिक रन बनाने वाले चौथे बल्लेबाज हैं। उन्होंने दस मैचों में 49.53 के औसत और दो शतकों तथा पांच अर्धशतकों की औसत से 743 रन बनाए हैं।
भारतीय टीम के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग ने यहां चार मैचों में 404 रन और कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने दो मैचों में 219 रन बनाए हैं। सचिन ने यहां 176 रन, सहवाग ने 165 रन और धोनी ने नाबाद 132 रन की अपने सर्वश्रेष्ठ पारी खेली हैं। टेस्ट मैचों में खराब लय से गुजर रहे धोनी ईडन गार्डेन में लय में वापसी की उम्मीद कर सकते हैं।
गेंदबाजी में हालांकि ईडन गार्डेन में ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने सात मैचों सर्वाधिक 46 विकेट हासिल किए हैं, लेकिन खराब लय के कारण इस समय वह भारतीय टीम से बाहर हैं। इस मैदान पर चोटी के तीन गेंदबाज स्पिनर ही हैं जिनमें हरभजन ऑफ स्पिनर, अनिल कुंबले (40 विकेट) लेग स्पिनर और बिशन सिंह बेदी (29) बाएं हाथ के स्पिनर हैं।
इससे भारत उम्मीद कर सकता है कि कोटला में अपने पदार्पण टेस्ट में अपना जादू दिखाने वाले ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और एक साल बाद शानदार वापसी करने वाले बाएं हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा एक बार फिर अपनी उंगलियों का कमाल ईडन गार्डेन में भी दिखाएं।
ईडन गार्डेन में टेस्ट मैच खेले जाने की शुरुआत 1934 में हुई थी। इसे इस वर्ष की शुरुआत में हुए विश्वकप के लिए नए सिरे से तैयार किया गया था जिससे इसकी दर्शक क्षमता एक लाख से घटकर 66 हजार रह गई है।
भारत ने इस मैदान में कुल 36 टेस्ट खेले हैं जिनमें से उसने नौ जीते हैं, आठ हारे हैं और 19 ड्रॉ खेले हैं। भारत और वेस्टइंडीज के बीच इस मैदान पर सात बार मुकाबला हुआ है जिनमें भारत तीन बार पारी से हारा है और एक बार उसने 85 रन से जीत हासिल की थी।
भारत की 1959, 1967 और 1983 में पारी की हार तब हुई थी जब वेस्टइंडीज की टीम अपने चरम पर थी।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, November 13, 2011, 17:40