Last Updated: Tuesday, February 21, 2012, 03:53
दुबई : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद, आईसीसी ने इस खबर का खंडन किया है कि उसने पाकिस्तानी लेग स्पिनर दानेश कनेरिया को स्पॉट फिक्सिंग मामले में फंसने के बाद क्रिकेट में खेलने की मंजूरी दे दी थी।
इस मामले में कनेरिया के एसेक्स काउंटी के साथी मर्विन वेस्टफील्ड को चार महीने की सजा सुनायी गयी है। आईसीसी के अपने दो सदस्य बोडरें की तरफ से संयुक्त बयान में कल कहा, ‘मीडिया में रिपोर्ट आयी हैं जिनमें दानेश कानेरिया ने अनापत्ति प्रमाणपत्र मिलने का दावा किया है। आईसीसी, इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड, ईसीबी और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड, पीसीबी इस तरह के अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी करने से स्पष्ट तौर पर इन्कार करते हैं। पीसीबी ने कहा है कि मर्विन वेस्टफील्ड पर फैसला आने के बाद दानेश कनेरिया को फिर से अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिये इंटीग्रेटी कमेटी के समक्ष उपस्थित होने के लिये कहा जाएगा।’
बयान के अनुसार, ‘पीसीबी ने इसके साथ ही पुष्टि की कि कनेरिया को मंजूरी देने का मसला पीसीबी की इंटीग्रेटी कमेटी के समक्ष लंबित है। इस समिति ने अपनी आखिरी बैठक में उनसे एसेक्स पुलिस को दिये गये बयान के टेप की प्रति मुहैया कराने के निर्देश दिये थे।’
कनेरिया और वेस्टफील्ड को एसेक्स पुलिस ने मई 2010 में डरहम के खिलाफ 2009 में खेले गये काउंटी मैच में स्पॉट फिक्सिंग करने के संदेह में गिरफ्तार किया था। कनेरिया को छोड़ दिया गया था और उनके खिलाफ आरोप तय नहीं किये गये थे लेकिन वेस्टफील्ड को इस साल जनवरी में स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया गया और पिछले सप्ताह लंदन की अदालत ने उन्हें सजा सुनायी। कनेरिया ने हालांकि दावा किया कि वह निर्दोष हैं तथा आईसीसी और पीसीबी ने उन्हें पाक साफ करार दिया है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 21, 2012, 09:23