Last Updated: Saturday, July 21, 2012, 18:50

मुंबई : दिग्गज शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने अपने पांचवें विश्व खिताब को सबसे मुश्किल करार देते हुए शनिवार को कहा कि रूस के अनुभवी खिलाड़ी गैरी कास्परोव के माइंडगेम से मई में मास्को में खिताब की रक्षा के उनके अभियान के दौरान उन पर असर पड़ा था।
आनंद ने कहा, सामान्यत: इसी कारण से मैं समाचार पत्र और अखबार नहीं पढ़ता। आप पर किसी की टिप्पणी का असर भी पड़ सकता है।
दुर्भाग्यवश प्रेस कांफ्रेंस में विशेष विषय पर सवाल पूछे जाते हैं और इसके बाद आपको ऐसी चीजें ढूंढनी पड़ती हैं जिसके बारे में आप पढ़ना नहीं चाहते थे।
उन्होंने कहा, यह जानना अहम है कि आपका मुख्य प्रतिद्वंद्वी (बोरिस) गेलफेंड है, कास्परोव नहीं। मैच पर ध्यान लगाना अहम है लेकिन इस बार यह मेरे जेहन में था और इसे नजरअंदाज करना असंभव था।
पूर्व विश्व चैम्पियन कास्परोव ने टूर्नामेंट के दौरान कहा था कि आनंद को खेल से उनकी तरह संन्यास ले लेना चाहिए और यह भारतीय खिलाड़ी प्रेरणा खो चुका है और पिछले कुछ साल में उसके खेल में गिरावट आई है।
खिताब जीतने के बाद आनंद ने कास्परोव को जवाब देते हुए कहा था कि इस दिग्गज खिलाड़ी को खेल से संन्यास लेने का मलाल है। आंनद के मौजूदा शतरंज खिलाड़ियों पर भरोसा जताते हुए कहा कि उन्हें सिर्फ अच्छे मौके की जरूरत है।
उन्होंने कहा, हमारे पास काफी अच्छे खिलाड़ी हैं और यह देखकर अच्छा लगता है कि पुरुष और महिला दोनों वर्गों में ऐसा है। हमारे पास शानदार जूनियर खिलाड़ी हैं जो अपने आयु वर्ग की विश्व चैम्पियनशिप में अच्छा प्रदर्शन करते हैं। (एजेंसी)
First Published: Saturday, July 21, 2012, 18:50