Last Updated: Saturday, September 24, 2011, 05:19
बेंगलूरू. प्रतिबंध हटने के बाद रहात पाए ड्रैग फ्लिकर संदीप सिंह और मिडफील्डर सरदारा सिंह को भारतीय हॉकी कोच माइकल नोब्स ने कहा है कि सिर्फ माफी से काम नहीं चलेगा बल्कि भविष्य में दोनों को साबित भी करना होगा.
नोब्स ने कहा कि हालांकि वो इस फैसले का स्वागत करते हैं, लेकिन बेहद महत्वपूर्ण मौके पर दोनों टीम से बाहर निकलना अब भी खलता है और उनके इरादों के बारे में अब भी कुछ पक्की तौर नहीं कहा जा सकता. उन्हें केवल लिखित माफी पेश करने के बजाय कुछ ठोस आश्वासन देना चाहिए था.
नोब्स मे कहा कि दोनों खिलाड़ियों को अधिक मेहनत करनी पड़ेगी और अपनी फिटनेस के साथ साथ टीम के प्रति अपना समर्पण भी साबित करना होगा. जब भी टीम को जरूरत होगी, उन्हें खुद को साबित करना पड़ेगा.
दोनों खिलाड़ियों ने अपील समिति के समक्ष बिना शर्त अपनी गलती मान कर खेद जताते हुए प्रतिबंध हटाने की मांग की थी, जिसे इन खिलाड़ियों की उम्र, प्रदर्शन और भविष्य में प्रदर्शन की उनकी क्षमताओं को देखते हुए स्वीकार कर लिया गया.
नोब्स ने माना कि इसमें कोई शक नहीं कि इन दोनों का रिकॉर्ड उन्हें बेहतर हॉकी खिलाड़ियों में शामिल करता है लेकिन मेरे लिए और टीम के लिए उन्हें खुद को साबित करना होगा क्योंकि उन्हें दोबारा टीम में शामिल किया गया है.
भारतीय कोच ने कहा कि मैं हमेशा से चाहता हूं कि टीम में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हों लेकिन यह भी जरूरी है कि वे अनुशासन में खेलें.
First Published: Saturday, September 24, 2011, 10:51