Last Updated: Thursday, June 28, 2012, 21:28

नई दिल्ली : बीजिंग ओलंपिक के कांस्य पदकधारी विजेंदर सिंह तीन ओलंपिक में खेलने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बनने के लिए तैयार हैं, लेकिन उनका मानना है कि वह सिर्फ तीन बार के ओलंपियन के तौर पर नहीं बल्कि ऐसे मुक्केबाज की पहचान चाहते हैं जिसने देश के लिये पदक जीते हों।
विजेंदर ने कहा कि यह निश्चित रूप से अच्छा लगता है लेकिन मैं सिर्फ तीन ओलंपिक खेलने वाला खिलाड़ी नहीं कहलाना चाहता बल्कि चाहता हूं कि मुझे ऐसे पहचाना जाए जिसने दो पदक जीते हों। इस 26 वर्षीय ने 2008 में बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक प्राप्त किया था।
उन्होंने कहा कि मैं अभी तक अपनी तैयारियों से खुश हूं। हम लंदन ओलंपिक के लिए कड़ी ट्रेनिंग कर रहे हैं। विजेंदर ने कहा कि हम आयरलैंड में ट्रेनिंग शिविर में जाएंगे और ओलंपिक से पहले लंदन में ट्रेनिंग की योजना है। यह पूछने पर कि एआईबीए के 2011 में अंक प्रणाली बदलने के बाद उन्हें अपने गेम में किसी तरह का बदलाव करना पड़ा तो उन्होंने कहा कि स्कोरिंग प्रणाली भले ही बदल गयी हो लेकिन मुक्केबाजी में कोई बदलाव नहीं हुआ है। मैं अंक हासिल करने की कोशिश करूंगा, भले ही यह किसी भी तरह ‘हुक, चेहरे पर पंच, शरीर पर वार’ से मिले। मेरा गेम लगभग वही है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, June 28, 2012, 21:28