Last Updated: Wednesday, August 21, 2013, 20:47

नई दिल्ली : स्टार निशानेबाज और खेल रत्न चयन पैनल में शामिल अंजलि भागवत ने आज खुलासा किया कि चक्का फेंक की एथलीट कृष्णा पूनिया ने समिति की बैठक से एक दिन पहले फोन करके उनके लिये लॉबिंग करने को कहा था। भागवत ने कहा, पैनल की बैठक से एक दिन पहले उसने (पूनिया) मुझे फोन करके खेल रत्न के लिये अपने नाम की सिफारिश करने के लिये कहा। भागवत ने कहा कि पूनिया का यह कहना सही नहीं है कि उन्होंने आखिरी क्षणों में सूची में बदलाव करके विश्व चैंपियन निशानेबाज रंजन सोढ़ी का नाम शामिल करवाया था।
उन्होंने कहा, यह पूनिया की ओछी हरकत है जो सार्वजनिक तौर पर कह रही है कि मैंने सूची में बदलाव किया था। सोढी के नाम की सिफारिश पिछले सप्ताह खेल रत्न पुरस्कार के लिये की गयी थी। इस पर विवाद पैदा हो गया था क्योंकि पैनल के कुछ सदस्यों ने चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाये थे। पता चला है कि जब पैनल के अधिकतर सदस्यों ने खेल रत्न के लिये मतदान का फैसला किया था तब सोढ़ी का नाम सूची में शामिल नहीं था।
चयन पैनल के एक सदस्य ने कहा था कि पैनल के 12 में से 11 सदस्यों ने पूनिया और लंदन परालम्पिक खेलों में रजत पदक जीतने वाले एच एन गिरिशा का नाम मतदान के लिये चुना था। रिपोर्ट के अनुसार भागवत के बैठक में देर से आने के बाद परिदृश्य बदला और गिरिशा का नाम हटा दिया गया। इसके बाद सोढ़ी और पूनिया के बीच मतदान हुआ। पूनिया के नाम पर विचार करने की मांग के बीच खेल मंत्री जितेंद्र सिंह ने इस मसले पर अपने सचिव पी के देब के साथ चर्चा की। लेकिन मंत्रालय ने साफ संकेत दिये है कि पुरस्कार के लिये नामित खिलाड़ियों की मूल सूची में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 21, 2013, 20:47