Last Updated: Thursday, October 27, 2011, 11:22
नई दिल्ली: पूर्व फर्राटा क्वीन पीटी उषा को शुक्रवार से ग्रेटर नोएडा में शुरू होने जा रही फॉर्मूला वन कार रेस की मेजबानी करना पैसे की आपराधिक बर्बादी लगती है।
उषा ने कहा, मुझे बहुत बुरा लग रहा है क्योंकि इतने ऊंचे स्तर के कारोबारी एफ 1 कार रेस से देश के 99 प्रतिशत भारतीयों को कोई सरोकार नहीं है। यह शुद्व रूप से पैसे की बर्बादी है। पहले ट्वेंटी़-20 क्रिकेट ने देश की खेल भावना को खराब किया और अब एक दूसरा अवतार आ गया जिसमें कारोबारियों का पैसा लगा है जो कभी भी खेल के विकास के लिए पैसा नहीं खर्च करते। अब भगवान ही भारतीय खेल को बचा सकता है। लॉस एंजिल्स ओलम्पिक (1984) खेलों में थोड़े से अंतर से कांस्य पदक से चूकने वाली पीटी उषा कार रेस को खेल ही मानने को तैयार नहीं है।
भारत में पहली बार इंडियन ग्रांप्री. फॉर्मूला वन कार दौड़ आयोजित की जा रही है। तीन दिन चलने वाली इस दौड़ के ट्रैक बनाने के लिए जेपी स्पोटर्स इंटरनेशनल ने दो हजार करोड़ रूपए खर्च किए है। इस ट्रैक का नाम बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (बीआईसी) रखा गया है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, October 27, 2011, 16:58