Last Updated: Thursday, September 19, 2013, 22:21
नई दिल्ली : खेल मंत्रालय ने फैसला किया कि रंजीत महेश्वरी को प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया जायेगा क्योंकि इस त्रिकूद एथलीट को 2008 में इफेड्रिन प्रतिबंधित पदार्थ के इस्तेमाल का दोषी पाया गया है। मंत्रालय इस मामले की जांच के बाद निष्कर्ष पर पहुंचा कि महेश्वरी ने कोच्चि में 46वीं राष्ट्रीय एथलेटिकस चैम्पियनशिप के दौरान इफेड्रिन नामक पदार्थ का इस्तेमाल किया था।
यह नमूना आठ सितंबर 2008 को लिया गया था और 15 सितंबर 2008 को इसे राष्ट्रीय डोप जांच प्रयोगशाला (एनडीटीएल) को दिया गया था। एनडीटीएल ने तीन अक्तूबर 2008 में महेश्वरी के ए नमूने की जांच की और इसमें उन्हें उम्मीद से ज्यादा स्तर का इफेड्रिन मिला जो थेरेपी के उद्देश्य से लेने के स्तर से अधिक था।
महेश्वरी ने नमूने एकत्रित किये जाने के दौरान चिकित्सा के उद्देश्य से इफेड्रिन लेने की बात नहीं की थी और उन्हें भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) की लंबित जांच में निलंबित किया गया था। एएफआई की जांच समिति ने उनके मामले की सुनवाई की थी और महेश्वरी को भी अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया था। त्रिकूद एथलीट ने हालांकि बी नमूने की जांच की मांग नहीं की थी।
महेश्वरी को 10 जनवरी 2009 को तीन महीने के लिये प्रतिबंधित किया गया था जो 13 सितंबर 2008 से शुरू हुआ था। एएफआई के निदेशक ने उन्हें इसकी सूचना दी थी। अर्जुन पुरस्कार के नियमों के अनुसार किसी भी ऐसे व्यक्ति को इससे सम्मानित नहीं किया जा सकता जिसे प्रतिबंधित या सूची में शामिल पदार्थ के इस्तेमाल का दोषी पाया गया हो। (एजेंसी)
First Published: Thursday, September 19, 2013, 22:21