Last Updated: Thursday, November 10, 2011, 12:02

मेलबर्न : ग्रेग चैपल ने कहा है कि भारतीय टीम के साथ कोच के तौर पर उनके दो साल के कार्यकाल के दौरान सीनियर बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के साथ अनबन पर उन्हें सबसे ज्यादा खेद है। चैपल जो कि 2005 से 2007 तक भारतीय कोच रहे, ने अपनी आत्मकथा ‘फियर्स फोकस’ में स्वीकार किया है कि उन्होंने टीम में बहुत जल्दी और काफी ज्यादा सुधार की कोशिश की जिसके कारण वह अधिक दिनों तक टीम से नहीं जुड़े रह पाए। विशेषकर तेंदुलकर जैसे बल्लेबाजों से उनके रिश्तों में खटास आने से उन्हें इस पद से हटना पड़ा।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने लिखा है, मेरा सबसे बड़ा खेद सचिन के साथ वनडे के बल्लेबाजी क्रम में उनके नंबर चार स्थान को लेकर अनबन रहा। यह शर्मनाक था क्योंकि मेरी और उनकी इससे पहले लंबी और अच्छी बातचीत हुई थी। मेरी पूरी टीम में सुधार की अधीरता आखिर में मेरे कोच पद के अंत का कारण बनी।
उन्होंने लिखा है, मैंने जो गलती की वह उसी तरह की गलती थी जैसी मैंने कप्तान रहते हुए की थी। मैं सीनियर खिलाड़ियों को अपनी योजना से अच्छी तरह अवगत नहीं करा पाया। मुझे तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ियों को बताना चाहिए था कि हालांकि मैं बदलाव का पक्षधर हूं लेकिन वे हमारे टेस्ट क्रिकेट का हिस्सा बने रहेंगे।
चैपल ने लिखा है, जब मैंने उनसे बात की तो कई बार मैं कुछ ज्यादा ही अक्खड़ हो जाता था। एक बार दक्षिण अफ्रीका में मैंने सचिन और सहवाग से अपनी राय रखने के लिए कहा। मैंने उनसे आंख से आंख मिलाकर यह बात की थी जिससे वह अपमानित महसूस करने लगे। उन्होंने लिखा है, बाद में राहुल द्रविड़ ने कहा, ग्रेग इससे पहले कभी उनसे इस तरह से बात नहीं की थी।
(एजेंसी)
First Published: Friday, November 11, 2011, 10:07