Last Updated: Wednesday, April 24, 2013, 10:14
रामानुज सिंहक्रिकेट के भगवान सचिन रमेश तेंदुलकर अपनी जिंदगी के 40 बसंत बिता चुके हैं। अपने 24 साल के क्रिकेट करियर में सचिन ने वो मुकाम हासिल किया है जो शायद ही किसी के लिए वहां तक पहुंचना मुमकिन हो। क्रिकेट के लिहाज से देखें तो सचिन की क्रिकेट पारी अब धीरे-धीरे खत्म हो रही है। उन्होंने सबसे पहले ट्वेंटी-20 क्रिकेट को अलविदा कहा और बाद में पिछले साल वनडे क्रिकेट को अचानक बाय-बाय कर दिया। अब कयास लगाया जा रहा है कि वह बहुत जल्द टेस्ट क्रिकेट से भी संन्यास ले लेंगे। हालांकि उन्होंने संन्यास की अटकलों को खारिज कर दिया है।
ऐसा अनुमान है सचिन क्रिकेट के मैदान को अलविदा कहने के बाद राजनीति में सक्रिय हो सकते हैं। जिसका संकेत उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता ग्रहण कर दे दिया है। सचिन सांसद बनने के बाद खेल से जुड़े मामलों में सरकार को सलाह भी दे चुके हैं। क्रिकेटर से सांसद बने सचिन को करोड़ों क्रिकेट फैंस की शुभकामनाएं साथ है। उन्हें देशसेवा के लिए सक्रिय रूप से राजनीति में आना चाहिए। क्योंकि राजनीतिक विश्लेष्कों का मानना है कि भारतीय राजनीति में अच्छे आदमी की बेहद कमी है। अगर सचिन क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद इमरान खान की तरह देश को नई दिशा देने में अपना योगदान दें तो क्रिकेट के अलावा देश का सर्वांगीन विकास संभव हो सकेगा। सचिन जो भी काम करते हैं मन लगाकर करते हैं जिसकी मिसाल उन्होंने 24 साल तक क्रिकेट के मैदान में पेश किया है। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अपने 24 साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में इतने रिकॉर्ड बना दिए हैं किउनकी संख्या अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
सचिन ने अपना पहला वनडे 18 दिसंबर 1989 को गुजरांवाला में पाकिस्तान के खिलाफ खेला। उनका आखिरी वनडे भी पाकिस्तान के खिलाफ ही 18 मार्च 2012 को ढाका में रहा। सचिन तेंदुलकर 1992 में टेस्ट में 1000 रन बनाने वाले दुनिया के सबसे युवा क्रिकेटर बने। जब सचिन 20 साल के भी नहीं हुए थे तब उन्होंने टेस्ट में पांच शतक लगा लिए थे। यह एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। सचिन तेंदुलकर दुनिया के एक मात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने 90 अलग-अलग क्रिकेट ग्राउंड में अपने खेल का जौहर दिखाया है। सचिन तेंदुलकर 1998 में बेहतरीन फॉर्म में थे। उन्होंने एक कैलेंडर साल में 9 वनडे शतक लगाए थे। 1990 में तेंदुलकर ने अपना पहला टेस्ट शतक (नाबाद 119) ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ जमाया।1993 में भारतीय सरजमीं पर अपना पहला टेस्ट शतक (163) सचिन ने चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया।
सचिन ने अपना पहला वनडे शतक 1994 में अपने 79वें मैच में कोलंबो में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया। 2001 में वनडे में दस हजार रन बनाने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज बने। सचिन ने 2002 में पोर्ट आफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ 117 बनाकर सर डॉन ब्रेडमैन के 29 टेस्ट शतक की बराबरी की फिर इंग्लैंड के खिलाफ 193 बनाकर ब्रेडमैन के रिकॉर्ड को पार किया। 2004 में सुनील गावस्कर के 34 शतक के रिकॉर्ड की बराबरी करने वाले विश्व के पहले खिलाड़ी बने। साथ ही इसी साल 50 मैन ऑफ द मैच हासिल करने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बने। सचिन ने 2005 में टेस्ट क्रिकेट में 122वें मैच में दस हजार रन पूरे किए। 2006 में वनडे में 14 हजार रन पूरे कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। 2007 में सचिन ने 400वां वनडे मैच खेला। 2008 में वनडे मैचों में 16 हजार रन बनाने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बने। इसी साल टेस्ट क्रिकेट में ब्रायन लारा के 11,953 रन के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। 2009 में हैदराबाद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 175 रन बनाए और 17 हजार वनडे रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने। 2010 में वनडे में दोहरा शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने और स्टीव वॉ के 168 टेस्ट खेलने के रिकॉर्ड को पार किया। 2011 विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ पहला मैच खेलने के साथ ही वह सबसे ज्यादा वनडे खेलने वाले खिलाड़ी बने और सनथ जयसूर्या के 444 मैचों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा। 2011 विश्व कप भारत ने जीता। सचिन ने इस विश्व कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा 482 रन बनाए। 2012 में एशिया कप में बांग्लादेश के खिलाफ 114 रन बनाकर अपना अंतरराष्ट्रीय करियर का सौवां शतक पूरा किया।
इस महानतम बल्लेबाज ने 463 वनडे मैच में 2016 चौके, 195 छक्के की मदद से 44.83 के औसत से 18426 रन बनाए। उन्होंने वनडे में 49 शतक और 96 अर्धशतक बनाए, 62 मैन ऑफ द मैच और 15 मैन ऑफ द सीरीज हासिल किया। इसके अलावे 154 विकेट के साथ 140 कैच भी लपके। वनडे क्रिकेट के इतिहास में पहला दोहरा शतक सचिन ने ही जमया था। टेस्ट में सचिन ने 198 मैचों में 53.86 के औसत से 15837 रन बनाए हैं। उन्होंने 51 शतक और 67 अर्धशतक जमाया है। इसके अलावे 45 विकेट भी चटकाए हैं। अभी टेस्ट में सचिन की पारी जारी है।
हालांकि सचिन ने एक मात्र अंतरराष्ट्रीय ट्वेंटी-20 मैच खेला। लेकिन मास्टर ब्लास्टर ने टी-20 फॉर्मेट के आईपीएल में भी रिकॉर्ड बनाया। सचिन के नाम बतौर सलामी बल्लेबाज आईपीएल में सबसे पहले सबसे बड़ी साझेदारी करने का भी रिकॉर्ड है। सचिन ने 20 मई 2012 को जयपुर में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ खेलते हुए ड्वेन स्मिथ के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए नाबाद 163 रनों की साझेदारी निभाई थी। यह आईपीएल की पहले विकेट के लिए पहली सबसे बड़ी साझेदारी है।
मास्टर ब्लास्टर खेल से जुड़े करीब सभी पुरस्कार से नवाजे जा चुके हैं। गाहे-बगाहे देश का सबसे बड़ा पुरस्कार भारत रत्न से नवाजे जाने की चर्चा बीच-बीच में उठती रहती है। भारत ही नहीं विदेशों में भी सचिन को बहुत सम्मान मिला है। हाल ही में सचिन तेंदुलकर को उनके 40वें जन्मदिन से पहले एक तोहफा मिला है। उनका मोम का पुतला उनके मनपसंद विदेशी मैदान ऑस्ट्रेलिया के सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर लगाया गया। इस पुतले को डार्लिंग हार्बर स्थित मशहूर मैडम तुस्साड के संग्रहालय में रखा जाएगा।
First Published: Wednesday, April 24, 2013, 08:37