
यूपी के कैबिनेट मंत्री
शिवपाल सिंह यादव ने ज़ी उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड की संवाददाता निहारिका महेश्वरी की एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि यूपी की कानून व्यवस्था दूसरे राज्यों से बेहतर है। उन्होंने कई मुद्दों पर बातचीत की। पेश है उनसे हुई बातचीत के मुख्य अंश:
निहारिका माहेश्वरी- जसवंत नगर की मूलभूत सुविधा जो बीएसपी शासनकाल में थी और अब आपके शासनकाल में है , कितनी आपने समस्याओं का निपटारा किया ?
शिवपाल सिंह यादव - देखिये ये जसवंतनगर क्षेत्र का ताखा ब्लॉक है ये पिछड़ा इलाका है, क्योंकि ये पहले हमारे जसवंत नगर क्षेत्र में नहीं था, ये बहतवा क्षेत्र में था, लेकिन अब हमारे जसवंतनगर क्षेत्र में जुड़ गया है। वैसे तो हमने शुरुआत कर दी है हर गांव को सड़क, हर गांव को बिजली और पीने के लिए पानी, हैंडपंप से लेकर के जो भी सुविधा दे सकते हैं, कहीं-कहीं तकिया भी लगाएंगे और सिंचाई के लिए नहरों का इंतजाम भी। ये शुरुआत हो गई है और बहुत जल्दी ही यहां कि जो सड़कें खराब थी उनपर भी बहुत तेजी के साथ शुरुआत हो गई है। वैसे तो मैंने पूरे उत्तर प्रदेश में सड़कों को ठीक कराने का काम शरु कर दिया है और विशेषकर अपने जसवंतनगर में मैनपुरी में फिरोजाबाद में, कन्नौज में और पूरे उत्तर प्रदेश में सड़कें ठीक होंगी और जो कम चौड़ी सड़कें हैं उनके चौड़ीकरण का काम शुरु कर दिया है।
निहारिका माहेश्वरी- ये महत्वपूर्ण है। आप ऐसे मंत्री के तौर पर जाने जाते हैं जो काम के समय पर काम, अधिकारियों पर सख्ती की बात करते हैं और डेडलाइन भी दे देते हैं। बतौर सिंचाई विभाग की अगर मैं आपसे बात करुं 44 से ज्यादा ऐसे जिले हैं जो बाढ़ग्रस्त हैं। ऐसे में बतौर मंत्री आपने किस तरह अपनी जिम्मेदारीयों को आप निभा रहे हैं, कहां-कहां जा रहे हैं, क्या-क्या लूप वेल्स हैं, क्या प्रशासन तैयार है क्योंकि बहुत लोग पलायन को मजबूर हो गए हैं, गांव-गांव खाली हो गए हैं।
शिवपाल सिंह यादव- देखिये मैंने दौरा भी किया है और अभी हम बहुत जल्दी दौरा फिर करने वाले हैं। एक-दो दिन में वैसे तो करीब 24 जिले हैं प्रभावित हैं लेकिन इतनी रिकॉर्डतोड़ वर्षा हुई है चार महीने में, उसके बावजूद भी पूरे उत्तर प्रदेश में केवल कुछ ही बांध टूटे है वो भी संतकबीर नगर में। उसमें थोड़ी बहुत हमारे विभाग के अधिकारियों की लापरवाही भी थी। जहां तक पानी का सवाल है मैंने लगातार नहरें चलाईं हैं , जहां-जहां पानी की जरुरत थी तो इतना पानी मेरे पास पानी था जबकि आप देखते होंगे पिछले शासन में। जहां तक सवाल है बुंदेलखंड का, पूरे प्रदेश का नहर में पानी नहीं आता था। अबकि बार पानी भी पहुंचा है और पूरे उत्तर प्रदेश की जो नहरें रुकी पड़ी थीं, बीस साल से जिनकी सिल्ट सफाई नहीं हुई थी, मैंने पूरे उत्तर प्रदेश की नहरों की सफाई करके पूरे उत्तर प्रदेश को सिंचाई का पानी दे दिया है, उसकी वजह से आप खुद देखा होगा।
निहारिका माहेश्वरी- आपका मानना है बाढ़ के लिए तैयारी थी?
शिवपाल सिंह यादव - पूरी तैयारी थी हमारी। पिछले साल भी और मैंने दौरा भी किया। बाढ़ से पहले मैंने अधिकारियों की, वरिष्ठ अधिकारियों की तीन बार बैठक कर चुके थे और फिर अभी मेरे निर्देश हैं जहां-जहां बाढ़ की गंभीर समस्या है, मैंने कहा अभी सभी हमने अधिकारियों को लगा दिया है और जिलाधिकारियों को भी लगा दिया है।
निहारिका माहेश्वरी- सर, गांव वाले सबसे ज्यादा परेशान हैं जो पलायन को मजबूर हैं, जिनको पता ही नहीं कहां जाना है। ऐसे में कोई नंबर कोई राहत चौकी केन्द्र आपकी तरफ से खोले गए हैं, जागरुकता के लिए?
शिवपाल सिंह यादव: देखिए, पूरे उत्तर प्रदेश में जहां-जहां बाढ़ हैं, चौकियां खोल दी गई हैं और मैंने मीटिंग भी ले ली है और कहीं पर भी बाढ़ राहत में कमी नहीं है। कहीं गल्ले की कमी नहीं है। कहीं आटे की कमी नहीं है, कहीं मिट्टी के तेल की कमी नहीं है। माचिस से लेकर के कोई पैसे की कमी नहीं है। पूरे आदेश दे दिए हैं जहां जितनी जरुरत दिए जाए। मैंने कहा कि पैसे की कमी नहीं, आटे की कमी नहीं, गल्ले की कमी नहीं और उन्हें सुरक्षित स्थान पर उनको बसा दिया जाए।
निहारिका माहेश्वरी- सहायता राशि आपकी ओर से, कोई सहायता राशि?
शिवपाल सिंह यादव: पूरी-पूरी। जहां-जहां पर , जैसे मकानों की जहां-जहां हानि हुई है उनके मकानों के लिए आर्थिक मदद देंगे, कॉलोनियां बनाएंगे उनके लिए उनको पुन: फिर से बसाएंगे । जहां-जहां हानि हुई है वो हम दिखवा रहे हैं और डीएम और तहसीलदार को आदेश है अगर इसमें कहीं भी शिथिलता, अगर कोई अधिकारी ने बरती तो उसके खिलाफ हम कार्रवाई कर देंगे।
निहारिका माहेश्वरी-करगिल शहीद महाविद्यालय में वहां के छात्र आरोप लगा रहे हैं कि क्योंकि वो बीएसपी समर्थित कुछ स्कूल है वहां लैपटॉप वितरण होता नहीं, छात्र परेशान होते हैं उल्टा पुलिस मामला भी दर्ज कर लेती है, छात्राओं पर मामला दर्ज...?
शिवपाल सिंह यादव: देखिए, उसकी मैंने तारीख दे दी थी। एक समय में तो सब नहीं बांटे जा सकते। मैंने खुद तारीख दे दी थी लेकिन वो इतना फ्रॉड है, उसके बारे में पता कर लेना जो वहां का प्रबंधक है और उसने खुद छात्रों को अध्यापकों को उकसाया है लेकिन उसके बावजूद भी अगर इस तरीके के काम कोई करेगा। छात्रों में क्या छात्र तो हमारे क्षेत्र के हैं लेकिन अगर किसी अध्यापक ने कानून के साथ कहीं भी अगर खिलवाड़ की तो उसके साथ कार्रवाई होगी। लैपटॉप तो बांटने ही हैं। लैपटॉप बंटेंगे।
निहारिका माहेश्वरी-झीनू बाबू का केस देख रहे हैं, हम कमाल फारुकी का केस देख रहे हैं कि पार्टी अनुशासनात्मक कार्रवाई कर देती है लेकिन विपक्ष हमेशा ये आरोप आप पर लगाता है कि इस तरीके का निलंबन करने से कोई नजीर पेश नहीं की, कानून के तहत कार्रवाई होनी चाहिए और जबसे आपकी पार्टी आई है डेढ़ साल इस तरीके के मामले उभर कर आए हैं। कानून व्यवस्था को लेकर आप निशाने पर रहते हैं, दिल्ली से लेकर लखनऊ तक।
शिवपाल सिंह यादव: सबसे अच्छी कानून व्यवस्था उत्तर प्रदेश की है, लेकिन इसके बावजूद भी हम कानून व्यवस्था को और सुधारेंगे।
निहारिका माहेश्वरी- पुलिस व्यवस्था को सुधारेंगे?
शिवपाल सिंह यादव: बिल्कुल सुधारेंगें। अगर कहीं पर भी कोई भी लापरवाही करेगा वहां पर उन अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।
निहारिका माहेश्वरी- विपक्ष आप पर आरोप लगाता है कि इटावा मैनपुरी का विकास सिर्फ मैनपुरी तक सीमित है?
शिवपाल सिंह यादव: आपने तो देख लिया है। पूरे उत्तर प्रदेश में देख लिया है। देखिये सैफई का विकास तो हमारी जिम्मेदारी है। हम वहां जन्मे हैं, हम इटावा के रहने वाले हैं। इटावा के लोग हमें वोट देते हैं और इटावा के लोग हमें जिताते हैं। लगातार हमारी जीत बढ़ाते चले जा रहे हैं लगातार। यहां से नेताजी भी 7 बार एमएलए हुए तीन बार एमपी हुए। हम चौथी बार एमएलए हुए हैं तो यहां का विकास नहीं होगा तो कहां का होगा?
निहारिका माहेश्वरी- सर आपका जो काफिला आ रहा था जो सड़कें थी उससे आप सहमत थे?
शिवपाल सिंह यादव: देखिए जो लोग अपने क्षेत्र का अपने गांव का अपने घर का विकास नहीं कर पाए तब वो लोग तो ऐसी बातें करेंगे और जिन लोगों ने वही लोगों ने अपने घर का गांव का विकास नहीं कर पाए वो लोग तो ऐसी बातें करेंगे।
निहारिका माहेश्वरी- लेकिन कोर्ट तो ये पूछता है कि सिर्फ चिन्हित जिलों मे ही बिजली क्यों?
शिवपाल सिंह यादव: देखिये, एक जगह नहीं हम कई जिलों में बिजली दे रहे हैं, जैसे कन्नौज में, मैनपुरी में है, रामपुर में है और हमारा प्रयास है। बिजली क्यों नहीं दे पा रहे हैं? जब हमने दादरी में 4000 मेगावाट का प्रोजेक्ट लगाया था और वो प्रोजेक्ट जाता 8000 मेगावाट में अगर 8000 मेगावाट बिजली पैदा होती तब ये समस्या नहीं होती फिर जितने भी हम प्रोजेक्ट स्वीकृत कर गए थे अनुबंध कर गए थे 5 साल पहले। अगर वो प्रोजेक्ट लग जाते तो क्या उत्तर प्रदेश को बिजली नहीं मिलती, मिलती। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का प्रयास है जल्दी से जल्दी प्रोजेक्ट लगाएंगे। कोई प्रोजेक्ट तो एक दिन में लग नहीं जाता। अगर प्रोजेक्ट लगेगा तो कमसे कम वो प्रोजेक्ट 3साल चार साल में बिजली पैदा कर पाएगी।
निहारिका माहेश्वरी- आलू किसान गन्ना किसान को लेकर आपका विजन क्या है?
शिवपाल सिंह यादव: देखिए आपको पता होना चाहिए था हमने आलू आधारित प्रोजेक्ट तैयार किया था, पढ़ लेना। वो प्रोजेक्ट किसने रोका है? और गन्ने का हमने बढ़के दाम दिया है। किसानों को दिया है। हमने आदेश भी दिये हैं कहीं पर भी किसानों का भुगतान जहां पर भी अगर है तो उसे किया जाए और हमलोगों ने तो दिया है और देंगे किसानों को। हमारी सरकार की प्राथमिकता है गरीब और किसान। प्राथमिकता है गरीबों को उनकी मेहनत का उचित मूल्य उनको मिले।
निहारिका माहेश्वरी-16 सितंबर से सत्र शुरु होने वाला है जिसमें अनुपूरक बजट पर भी चर्चा होगी किसानों पर भी। झीनू बाबू का केस भी आ गया। आपने अनुशासनात्मक कार्रवाई की लेकिन विपक्ष इससे जुड़े तमाम सवाल पूछेगा। आपसे बाढ़ से जुड़े सवाल पूछेगा। बोलेगा तैयारी नाकाफी थी। आपकी तैयारी सरकार की तैयारी क्या है?
शिवपाल सिंह यादव: विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। जब हमारी सरकार ने इतनी अच्छी योजनाएं चलाई हैं- कन्या विद्या धन, बेरोजगारी का भत्ता, लैपटॉप से लेकर के सभी योजनाएं चलाती हैं औऱ हमने पानी दे दिया है, सड़कों पर काम हो रहा है। विकास के सभी काम हो रहे हैं। तो फिर उनके पास तो कोई मुद्दा है नहीं। वो विपक्ष की भूमिका भी नहीं निभा पाए।
निहारिका माहेश्वरी- मुख्य मुद्दा कानून व्यवस्था का है। दिल्ली में मायावती कहती हैं राष्ट्रपति शासन की मांग। अब कह रहीं हैं केंद्र सरकार हस्तक्षेप करे। आप तो खुद दिल्ली से आए हैं आपने सुना होगा?
शिवपाल सिंह यादव: देखिए, उनके पास कोई मुद्दा नहीं। मायावती जी के पास कोई मुद्दा नहीं, विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं। हमारी बहुमत की सरकार है 225 लगभग हमारे एमएलए हैं तो सरकार तो बहुमत से चलती है विधायकों से चलती है।
निहारिका माहेश्वरी- लेकिन सर, आप नहीं मानते कानून व्यवस्था के मुद्दे ने थोड़ा डाउन किया है सरकार को जो प्रचंड जीत के साथ आई थी।
शिवपाल सिंह यादव: देखिए कानून व्यवस्था बिल्कुल चुस्त है, दुरुस्त है और रहेगी
निहारिका माहेश्वरी- लोकसभा चुनाव की बात कर लेते हैं। यूपी में 80 सीटें हैं। कौन-कौन सी सीट है जहां पर आप दांव सबसे ज्यादा लगा सकते हैं, चुनावी समीकरण क्या रहेगा?
शिवपाल सिंह यादव: हमारा जो लक्ष्य है 60 का हम 60 सीटें जीतेंगे उत्तर प्रदेश में और बिना समाजवादी पार्टी के अबकि बार दिल्ली में जो थर्ड फ्रंट बनेगा उसमें विशेष महत्वपूर्ण भूमिका समाजवादी पार्टी की होगी।
निहारिका माहेश्वरी-अखिलेश यादव रांची जाते हैं ,तेलगुदेशम पार्टी से भी बात हो रही है। मुलायम सिंह यादव कह रहे हैं कि ममता बनर्जी अच्छी दोस्त हैं। अब आपसे ये जानना चाहेंगे कि अभी तक आप आउटसाइड सपोर्ट कांग्रेस को दे रहे थे। वो बात किसी से छिपी नहीं है। कौन से हालात पनपे जिसके कारण आपको थर्ड फ्रंट के बारे में सोचना पड़ गया और बीजेपी से दोस्ती यूपी में करेंगे कि नहीं?
शिवपाल सिंह यादव: देखिए सांप्रदायिक शक्तियों से समाजवादी पार्टी बहुत दूर है और हमेशा इन सांप्रदायिक शक्तियों को और भारतीय जनता पार्टी को चाहे केन्द्र की सरकार हो चाहे उत्तर प्रदेश हमेशा समाजवादी पार्टी ने रोका है। इसलिए उनसे तो कोई सवाल ही नहीं उठता है और रहा कांग्रेस का सवाल हमने भारतीय जनता पार्टी को और सांप्रदायिक शक्तियां दिल्ली में न आये और हमने जहां पर भी कांग्रेस का जो भी हर इश्यू पर चाहे महंगाई का हो चाहे कहीं भ्रष्टाचार का हो और जितने भी भ्रष्टाचार के मामले दिल्ली में हुए हर इश्यू पर कांग्रेस का समाजवादी पार्टी ने विरोध किया है।
निहारिका माहेश्वरी- खाद्य सुरक्षा पर आपने ही बोला था कि किसानों के विरोध में है लेकिन खाद्य सुरक्षा बिल को आपका समर्थन भी मिल गया?
शिवपाल सिंह यादव: देखिए जब उनका बहुमत था और कुछ लोग उनके साथ थे और देखिए खाद्य सुरक्षा सही है कि किसानों का भी विशेष ध्यान रखना पड़ेगा लेकिन जब किसानों का नहीं तब पैदावार पर भी असर पड़ेगा। जब किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य नहीं मिलेगा। अगर किसानों को अभी तो ध्यान रखना पड़ेगा।
निहारिका माहेश्वरी- इसका अतिरिक्त बोझ कैसे वहन क्या करेगी यूपी सरकार?
शिवपाल सिंह यादव: हमने हर इश्यू पर, समाजवादी पार्टी ने, जहां -जहां जनता के हित की बात नहीं थी विरोध में जो भी कानून था जो इश्यू थे उसमें समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस का हर इश्यू पर विरोध किया है।
निहारिका माहेश्वरी-आप कह रहे हैं कि सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए आप आउटसाइड समर्थन करते हैं, कांग्रेस का। आपका मानना है कांग्रेस भी सेक्यूलर है?
शिवपाल सिंह यादव: देखिए ये हमारी मजबूरी थी, जब चुनाव हुए तब हमें बीजेपी को तो आने नहीं देना था और बीजेपी को रोकने के लिए हमने समर्थन दिया था कांग्रेस को।
निहारिका माहेश्वरी- मजबूरी में आप जीना नहीं चाहते इसलिए थर्ड फ्रंट की बातें ज़ोर शोर से हो रही हैं
शिवपाल सिंह यादव: नहीं, अब निश्चित थर्ड फ्रंट की सरकार बनेगी। अबकि बार जो भी लोकसभा के चुनाव होंगे उसमें थर्ड फ्रंट की सरकार बनेगी, उसमें विशेष भूमिका समाजवादी पार्टी की रहेगी।
निहारिका माहेश्वरी- अभी ये खबर आई थी कि तमाम प्रभारियों ने जो निगेटिव रिपोर्ट दी है प्रत्याशियों के बारे में उस पर आप विचार कर रहे हैं। आप नहीं चाहते कि टिकट बंटवारे में प्रत्याशियों की कोई दागदार छवि हो खासतौर पर सुप्रीम कोर्ट का दागियों द्वारा चुनाव ना लड़ने पर बातें हो रही हैं। ऐसे में आपके जो कैंडिडेट्स होंगे क्या प्रोफाइल होना चाहिए उनका?
शिवपाल सिंह यादव: देखिए, जहां पर भी हमारे कैंडिडेट कमजोर हैं शिथिलता है काम नहीं कर रहे हैं उसमें हमारा राष्ट्रीय नेतृत्व फैसला लेगा। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नेताजी हैं और सेंट्रल पार्लियामेंट बोर्ड भी है वो बैठेगा और अंतिम फैसला समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नेताजी का ही रहेगा।
निहारिका माहेश्वरी- हॉबिज क्या-क्या है आपकी? माना कि पॉलिटिक्स सबसे बड़ी हॉबी है लेकिन खाली समय में क्या करते हैं किस तरह से अपनी हॉबिज को आप प्रेशर करते हैं?
शिवपाल सिंह यादव: देखिए वैसे तो मेरे पास समय नहीं बचता है। मुझे जो दिन लगता है बहुत छोटा लगता है और वैसे तो पॉलिटिक्स है ही। पॉलिटिक्स के साथ-साथ हमारी शिक्षण संस्थाएं भी हैं। शिक्षण संस्थाओं के साथ-साथ हमारा कॉपरेटिव में भी हमारी हमेशा रुचि रही है। उसके साथ-साथ हमें खेलकूद में भी।
निहारिका माहेश्वरी- कुश्ती...।
शिवपाल सिंह यादव: कुश्ती भी मैंने लड़ी है और मैंने बीए करने के बाद मैंने बीपीएड भी की है। मैं ट्रेंड टीचर भी हूं। सामाजिक कार्यक्रम शादी ब्याह से लेकर के कहीं कोई घटना हो जाए ये सब और फिर उसके साथ-साथ आप जैसे लोग मिल जाते हैं उनसे भी बात कर लेते हैं। यहां साहित्यकार लोग भी हैं कवि लोग भी हैं। साहित्यिक लोग भी हैं, जो बैठे हैं कवि हैं। हमारे पूर्व अध्यक्ष इनके साथ भी उठना-बैठना भी है।
निहारिका माहेश्वरी- आपका लॉन्ग टर्म पॉलिटीकल गोल?
शिवपाल सिंह यादव: देखिए, हमारी सभी इच्छाएं पूरी हो गई हैं। पॉलिटिक्स में जब शुरुआत की हमने तो सोचा भी नहीं था हम एमएलए बनेंगे मिनिस्टर बनेंगे। तो हमारी सारी इच्छाएं पूरी हो गईं। अब हम तो चाहते हैं कि लड़के लोग आगे बढ़ें हम उनकी मदद करते रहें। मदद, सहयोग करते रहें लेकिन हम इतना जरुर है कि संगठन का काम जिससे समाजवादी पार्टी मजबूत रहे और समाजवादी पार्टी हमेशा अभी तो उत्तर प्रदेश पर कब्जा किया है आगे चलकर दिल्ली पर भी...।
निहारिका माहेश्वरी- परिवारवाद के आरोप आप पर लगते रहते हैं - गुंडई, भ्रष्टाचार ये तमाम एडजेक्टिव्स का आपके शासनकाल को परिभाषित करने के लिए किया जाता है। एक पॉलिटिशियन को उस वक्त कैसा लगता है जब उसमें राजनीतिक प्रतिबद्धता है लेकिन उसको लक्ष्य से भटकाने के लिए प्रयास होते हैं।
शिवपाल सिंह यादव: देखिए, गुंडई के हम हमेशा खिलाफ रहे हैं, शुरु से खिलाफ रहे हैं। दादागिरी के हम हमेशा खिलाफ रहे हैं। हमने हमेशा गरीबों की और न्याय आज भी जहां पर भी सत्य बात और आज भी हम तो ज्यादातर ये हमारे लोग बताएंगे। जहां पर गलत चीज मुझे पसंद नहीं है। न्याय मिले सबको जैसे गुंडे हैं, अपराधी हैं, हत्यारे हैं इनको सजा मिलनी चाहिए और अगर गुंडे औऱ अपराधी थाने में बैठने लगे और दलाली करने लगे ये हमने कभी बर्दाश्त नहीं किया है।
निहारिका माहेश्वरी- एक कैबिनेट मंत्री से दूर एक आम आदमी शिवपाल सिंह यादव, सियासत के शुद्धीकरण के कैमरे में तीन उपाय बताएं।
शिवपाल सिंह यादव: देखिए एक तो जितने भी थाने हैं, तहसील हैं, ब्लॉक हैं इनको जनता की बात सुननी चाहिए और मेरा तो प्रयास है जितने भी समाज के जैसे गांव के 10 भले लोग हैं 2 महीने में कम से कम उनसे थाना अध्यक्ष मीटिंग बुला के बात करे। दूसरा, ये है कि जैसे हमलोग हैं हमारे जनप्रतिनिधि हैं वो भी इमानदारी से निष्पक्ष होकर के कहीं गलत सिफारिश न करें। अगर सही सिफारिश है तो तुरंत करें और अगर अधिकारी नहीं सुनता है तो फिर जो लोकतांत्रिक तरीके हैं धरना है, प्रदर्शन है और ज्ञापन है वो उच्च अधिकारियों को देना चाहिए और तीसरा, देखिए हमारे जो यूथ हैं, युवा हैं इनके खेलकूद के लिए हर ग्राम सभा में एक स्टेडियम होना चाहिए जिससे सबलोग खेलें कूदें और पढ़ाई-लिखाई करें और स्वस्थ रहें। अच्छा माहौल बने हमारे प्रदेश का गांव से लेकर के अच्छा माहौल बने। हर व्यक्ति जो गरीब से गरीब हो उसपे कम से कम एक मकान, मकान में कम से कम एक पंखा और एक लाइट एक बल्ब तो होना चाहिए।
निहारिका माहेश्वरी- बहुत-बहुत धन्यवाद शिवपालजी हमसे बात करने के लिए।
First Published: Monday, September 9, 2013, 18:00