Last Updated: Monday, April 15, 2013, 14:36

लंदन : गर्मियों के मौसम में अंटार्कटिक में बर्फ का पिघलना 600 साल पहले की तुलना में अब दस गुना ज्यादा तेज हो गया है। एक नए अध्ययन में चेतावनी देते हुए कहा गया कि मध्य 20 वीं सदी के बाद से बर्फ के पिघलने की गति इस समय सबसे तेज हो गयी है।
नेचर जियोसाइंस पत्रिका में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार अंटार्कटिक में गर्मियों में बर्फ 10 गुना ज्यादा तेजी से पिघलने लगी है। यह गति मध्य बीसवीं सदी के बाद से सबसे तेज है।
गर्मियों में बर्फ के पिघलने से अंटार्कटिक में बर्फ की पट्टियों और ग्लेशियरों की स्थिरता प्रभावित होती है।
वर्ष 2008 में ब्रिटेन-फ्रांस के एक संयुक्त वैज्ञानिक दल ने इलाके में पूर्व के तापमानों का पता लगाने के लिए अंटार्कटिक प्रायद्वीप के उत्तरी छोर के पास स्थित जेम्स रॉस द्वीप से एक 364 मीटर लंबी बर्फ की परत में छेद किया।
वैज्ञानिकों ने पता लगाया कि बर्फ की परत से इलाके में बर्फ के पिघलने को लेकर नए और अप्रत्याशित तथ्यों का भी पता लग सकता है।
पिघली परतों के अध्ययन से वैज्ञानिक पिछले 1000 सालों में तापमान में हुए बदलावों की बर्फ के पिघलने के साथ तुलना करने में सक्षम हुए।
ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी और ब्रिटिश अंटाकर्टिक सर्वेक्षण (बीएएस) के दल की मुख्य शोधकर्ता डॉक्टर नेरीली अब्रम ने कहा,‘हमें पता चला कि लगभग 600 साल पहले अंटार्कटिक प्रायद्वीप पर सबसे ठंडी दशाएं थीं अैर तब गर्मियों में सबसे कम बर्फ पिघली थी।’
अब्रम ने कहा,‘अंटार्कटिक प्रायद्वीप अब ऐसे स्तर तक गर्म हो चुका है, जहां तापमान में हल्की सी भी बढ़त गर्मियों में बर्फ के पिघलने की रफ्तार को बहुत बढ़ा सकती है।’ (एजेंसी)
First Published: Monday, April 15, 2013, 14:36