Last Updated: Tuesday, June 5, 2012, 13:25

वाशिंगटन: जिन लोगों के अवसादग्रस्त होने की आशंका होती है वे अपराध की भावना के अहसास को लेकर सामान्य लोगों की तुलना में ज्यादा तेज प्रतिक्रिया देते हैं ।
एक नए न्यूरोइमैजिंग शोध में यह दावा किया गया है। इसमें कहा गया है कि अपराध की भावना के अहसास को लेकर सामान्य लोगों की तुलना में ज्यादा तेज प्रतिक्रिया मिलने पर शायद यह समझने में मदद मिलेगी कि मस्तिष्क भावनाओं को किस तरह से लेता है।
मनोविश्लेषण के पितामह समझे जाने वाले डॉ सिग्मंड फ्रायड ने सबसे पहले दावा किया था कि अपराध की भावना अवसाद का सामान्य लक्षण है।
अब एक नए अध्ययन में पाया गया है कि जिन लोगों को अवसाद होता है उनके मस्तिष्क के अपराध से संबंध रखने वाले दो भागों के बीच में संवाद टूट जाता है।
अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार, यही वजह हो सकती है कि लोगों को लगता है कि वे पूरी तरह नाकाम हैं। ब्रिटेन में मैनचेस्टर विश्वविद्यालय के तंत्रिकाविज्ञानी एवं अनुसंधानकर्ता रोलैंड झान ने ‘लाइव साइंस’ को बताया , ‘अगर मस्तिष्क के भागों के बीच समुचित संवाद न हो पाए तो यह बताएगा कि आपके अंदर हर बात के लिए खुद को दोषी मानने की प्रवृत्ति क्यों है।’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 5, 2012, 13:25