Last Updated: Thursday, August 23, 2012, 16:17

लंदन: नासा के क्यूरियोसिटी रोवर को मंगल के आकाश में एक अजीब सी सफेद रोशनी नाचती हुई दिखी है। इसके अलावा क्यूरियोसिटी द्वारा भेजी गई तस्वीरों में आकाश में दिखने वाले चार धब्बे भी दिखाई पड़े हैं। उड़नतश्तरियों (यूएफओ) को पहचानने वाले लोगों का दावा है कि ये धब्बे दरअसल एलियन्स (दूसरे ग्रह के वासी) के अंतरिक्षयान हैं जो अंतरिक्ष में मानव के कदमों पर नजर रख रहे हैं।
नासा के क्यूरियोसिटी द्वारा मंगल की सतह से भेजी गई ये तस्वीरें फिलहाल एक पहेली बनी हुई हैं। हालांकि नासा और फोटोग्राफी के विशेषज्ञों का कहना है कि यह और कुछ नहीं कैमरे के लेंस पर लगे कुछ दाग ही हैं।
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, नासा ने तो अब तक इन संदिग्ध दृश्यों पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
क्यूरियोसिटी द्वारा भेजी गई तस्वीरों में इन संदिग्ध धब्बों की पहचान यूट्यूब के यूजर स्टीफन हैनर्ड ने की । हैनर्ड ‘एलियन डिस्कलोजर यूके’ नामक समूह के सदस्य हैं। नासा की वेबसाइट पर ये तस्वीरें सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं। हैनर्ड ने इस रोशनी का रहस्य सुलझाने के लिए तस्वीरों पर कई फिल्टरों का इस्तेमाल किया।
हैनर्ड ने डेली मेल केा बताया, ‘मंगल पर गए क्यूरियोसिटी ने जो तस्वीरें भेजी हैं, उनमें से इन चार धब्बों को पहचानना बहुत मुश्किल है। इसलिए मैंने इन्हें प्रमुखता से देखने के लिए कई फिल्टर इस्तेमाल किए। वह कहते हैं कि अब ये आपको तय करना है कि यह कोई अज्ञात उड़नतश्तरी है, मिट्टी के कण हैं या फिर कुछ और? अमेरिकी सरकार की कई परियोजनाओं पर काम कर चुके वीडियो विश्लेषक मार्क डेंटोनियो ने हफिंग्टन पोस्ट को बताया कि ये धब्बे और कुछ नहीं, बस तस्वीर के ‘मृत पिक्सल’ हैं।
एक दूसरे वीडियो में एक छोटी सी चीज आकाश में उभर कर आती है और फिर उसके बाद एक अन्य चीज आ जाती है।
नासा द्वारा भेजा गया क्यूरियोसिटी नामक रोवर अंतरिक्ष में 5700 लाख किलोमीटर की यात्रा करने के बाद बीती छह अगस्त को मंगल पर उतरा था। इस यात्रा में उसे आठ महीने का समय लगा था। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 23, 2012, 16:17