क्षुद्रग्रह के नजारे पर बादलों ने पानी फेरा

क्षुद्रग्रह के नजारे पर बादलों ने पानी फेरा

क्षुद्रग्रह के नजारे पर बादलों ने पानी फेरानई दिल्ली : आसमान में घिरे बादलों ने शनिवार को आसमानी हलचल में दिलचस्पी रखने वाले लोगों को एक ऐतिहासिक नजारे से महरूम कर दिया।

दरअसल शुक्रवार रात एक क्षुद्रग्रह पृथ्वी के बेहद नजदीक से गुजरा था और इसे दिल्ली के अलावा उत्तरी और पश्चिमी भारत के कुछ हिस्सों में देखा जा सकता था, लेकिन बादलों की आंख मिचौली ने इस नजारे को ढांप दिया।

साइंस पोपुलराइजेशन एसोसिएशन आफ कम्यूनिकेटर्स एंड एजुकेटर्स के निदेशक सी बी देवगन ने कहा कि 2012 डीए14 नामक यह क्षुद्रग्रह कल आधी रात के फौरन बाद 27,700 किलोमीटर की दूरी से गुजरा। इससे पहले कोई भी क्षुद्रग्रह पृथ्वी से इस कदर करीब से नहीं गुजरा था।

फुटबॉल मैदान से आधे आकार या करीब 45 मीटर चौड़ाई की यह आसमानी चट्टान हलकी बूंदाबांदी और बादलों के कारण कब पृथ्वी को छूकर निकली किसी को पता ही नहीं चला। आसमानी हलचलों में दिलचस्पी रखने वालों को खासी मायूसी का सामना करना पड़ा।

देवगन ने कहा कि आसमान में आधे चांद की मौजूदगी ने क्षुद्रग्रह के दीदार की उम्मीद बढ़ा दी थी, लेकिन बादलों ने खलनायक की भूमिका निभाई और टेलीस्कोप लेकर बैठे लोगों को निराश होना पड़ा। (एजेंसी)

First Published: Saturday, February 16, 2013, 19:15

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