Last Updated: Friday, October 26, 2012, 15:02

वाशिंगटन : नासा के एक उपग्रह ने प्रचंड तूफान के परिणामस्वरूप शनि की सतह पर उठने वाले गैस के गुबार की तस्वीरें ली हैं । शनि का चक्कर लगा रहे अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के कैसिनी उपग्रह द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार शनि के समतापमण्डल क्षेत्र में तूफान के परिणामस्वरूप तापमान सामान्य से 65.5 डिग्री सेल्सियस उपर पहुंच गया ।
तूफान से एथिलीन गैस उत्पन्न हुई जो इस ग्रह पर बनने वाली गैस की मात्रा के बारे में वैज्ञानिकों की सोच से 100 गुना ज्यादा थी।
नासा में काम करने वाले मैरीलैंड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक ब्रिगेट हेसमैन ने कहा, ‘तापमान में बढ़ोतरी इतनी ज्यादा है कि यह अविश्वसनीय है, खासकर शनि के इस क्षेत्र में जो औसतन अत्यधिक स्थिर है ।’ ग्रीनबेल्ट स्थित नासा के गोडार्ड स्पेसफ्लाइट सेंटर के अनुसंधानकर्ताओं ने एथिलीन गैस की मात्रा में भारी इजाफा पाया, जिसकी उत्पत्ति एक रहस्य है ।
शनि पर विशिष्ट रूप से यह रंगहीन, गंधहीन एथिलीन गैस नहीं देखी जाती । धरती पर यह प्राकृतिक या मानव निर्मित संसाधनों से बनती है ।
कैसिनी द्वारा शनि के उत्तरी गोलार्ध में सबसे पहले पांच दिसंबर 2010 को देखा गया तूफान इतना विशाल हो गया कि धरती पर इतना ही बड़ा तूफान अधिकांश उत्तरी अमेरिका को अपनी चपेट में ले सकता है । नासा ने कहा कि शनि पर इस तरह की बड़ी घटना धरती के हर 30 साल में होती है । (एजेंसी)
First Published: Friday, October 26, 2012, 15:02