Last Updated: Friday, October 5, 2012, 09:13

मेलबर्न : खगोशास्त्रियों ने हमारी आकाशगंगा के पुराने तारों के गुच्छ में दो विशालकाय कृष्णविवरों का पता लगाया है। खगोलशास्त्रियों दोनों नए ब्लैकहोल के बारे में कहा कि एम22 नाम के इस ग्लोबुलर तारा गुच्छ में मिले दोनों ब्लैकहोल सूर्य से 10 से 20 गुना ज्यादा बड़े हैं। ग्लोबुलर तारा गुच्छ 12 अरब वर्ष पुराना है।
बड़े तारे का जीवन समाप्त होने के बाद जब उसमें स्वत: विस्फोट होता है तो वह एक ऐसे क्षेत्र में बदल जाता है जहां से रोशनी भी पार नहीं कर सकती। ऐसा उस क्षेत्र की अत्यअधिक गुरूत्वाकषर्ण शक्ति के कारण होता है। इंटरनेशनल सेन्टर फॉर रेडियो एस्ट्रोनॉमी रिसर्च (आईसीआरएआर) के डॉक्टर जेम्स मिलर-जोन्स का का कहना है कि एक ही तारा गुच्छ में दो ब्लैकहोल का मिलना बहुत आश्चर्यजनक बात है।
एम22 पृथ्वी से करीब 10,000 प्रकाश वर्ष दूर है लेकिन उसे विशेष दूरबीन की मदद से साफ देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि एम22 में करीब 100 ब्लैकहोल हो सकते हैं। लेकिन उनकी पहचान तभी हो सकती है जब वह सक्रिय तौर पर अपने आसपास के तारों को निगलने लगें। इस खोज के परिणाम ‘नेचर’ जर्नल में प्रकाशित हुए हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, October 5, 2012, 09:13