Last Updated: Wednesday, February 12, 2014, 17:34
वैज्ञानिकों ने पृथ्वी से करीब 10 अरब प्रकाशवर्ष दूर चार नये आकाशगंगा समूहों की खोज की है और प्रत्येक समूह में हजारों अलग अलग अकाशगंगाएं होने की संभावना है।
Last Updated: Friday, January 10, 2014, 09:51
हमारी आकाश गंगा `मिल्की वे` में पाए जाने वाले भारी स्थलीय उपग्रहों या `सुपर अर्थ` का वातावरण वैज्ञानिकों की उम्मीद से कहीं अधिक पृथ्वी के वातावरण से मेल खाता दिख रहा है।
Last Updated: Sunday, December 1, 2013, 20:52
खगोलविदों ने ब्रह्मांड की एक नयी विवरणिका तैयार की है जिसमें उन्होंने करीब 35 फीसदी आसमान के ऐसे 4.4 करोड़ तारों और आकाशगंगाओं को शामिल किया है जिन्हें कम से कम दो बार देखा गया।
Last Updated: Friday, June 14, 2013, 17:58
खगोलविदों ने एंड्रोमेडा आकाशगंगा में 26 नए ब्लैकहोल की खोज की है। नासा की चंद्र एक्सरे वेधशाला के आंकड़ों का उपयोग कर इन 26 ब्लैकहोल की खोज जिस आकाशगंगा में की गई है, वह मिल्की-वे की सबसे करीबी आकाशगंगाओं में से एक है।
Last Updated: Tuesday, January 8, 2013, 15:31
अमेरिकी खगोल शास्त्रियों ने आकाशगंगा में पृथ्वी के आकार के 17 अरब ग्रहों के होने की सम्भावना व्यक्त की है।
Last Updated: Friday, January 4, 2013, 13:45
एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि हमारी आकाशगंगा में कम से कम 100 अरब ग्रह हैं।
Last Updated: Thursday, January 3, 2013, 14:56
खगोलविदों के एक दल ने दावा किया है कि उन्होंने अंतरिक्ष में पृथ्वी से दिखाई देने वाले, उर्जा के विशाल स्रोतों को मापने में मदद की है और ये स्रोत 1,000 किमी प्रति सेकंड की गति से आकाशगंगा के मध्य से निकल रहे हैं
Last Updated: Thursday, December 13, 2012, 18:31
खगोल वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष के काफी अंदर तक झांक कर सात नयी आकाशगंगाओं का पता लगाया है जिनका निर्माण महा विस्फोट से कुछ अरब साल पहले हुआ था।
Last Updated: Monday, December 10, 2012, 22:40
ग्रहों, क्षुद्र ग्रहों और धूमकेतुओं से लैस हमारे सौर मंडल के जैसे करोड़ों सौर मंडल हमारी मिल्की वे आकाश गंगा में मौजूद हैं।
Last Updated: Tuesday, November 27, 2012, 13:36
अंतरिक्षविज्ञानियों ने नासा-ईएसए के हब्बल दूरबीन के माध्यम से नई ढीली-ढाली वलयाकार आकाशगंगा का पता लगाने का दावा किया है जिसमें गैस और धूल भरे हैं।
Last Updated: Saturday, November 17, 2012, 08:10
खगोलविदों ने सुपर दूरबीनों की एक जटिल प्रणाली की मदद से सबसे पुरानी और संभवत: सबसे दूर स्थित एक आकाशगंगा का पता लगाया है जिसकी झलक देखने को मिली है। यह धरती से लगभग 13.3 अरब प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है।
Last Updated: Sunday, October 7, 2012, 17:30
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी (नासा) के स्विफ्ट उपग्रह को हमारी आकाशगंगा में एक अज्ञात ब्लैकहोल की मौजूदगी के साक्ष्य मिले हैं।
Last Updated: Friday, October 5, 2012, 09:13
खगोशास्त्रियों ने हमारी आकाशगंगा के पुराने तारों के गुच्छ में दो विशालकाय कृष्णविवरों का पता लगाया है।
Last Updated: Tuesday, September 25, 2012, 19:51
नासा, ईसए के हब्बल अंतरिक्ष दूरबीन ने नजदीकी आकाशगंगा की शानदार तस्वीर ली है। सूर्य से करीब 5.5 करोड़ वर्ष दूर और करीब 80 हजार प्रकाश वर्ष अवधि वाले एनजीसी 4183 आकाशगंगा ‘मिल्की वे’ से थोड़ा छोटा है।
Last Updated: Saturday, August 25, 2012, 17:24
खगोलविदों ने पहली बार हमारी अपनी आकाशगंगा से मिलती-जुलती विस्तृत ‘जुड़वा’ आकाशगंगाओं का पता लगाया है।
Last Updated: Monday, August 20, 2012, 10:10
वैज्ञानिकों ने ‘डीडीओ 190’ नामक एक बहुत ही छोटे आकार की अव्यवस्थित और अस्पष्ट किस्म की आकाशगंगा का पता लगाया है।
Last Updated: Friday, August 3, 2012, 09:05
पृथ्वी से करीब छह करोड़ प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित आकाशगंगा ‘द रिवर’ से मिली नई तस्वीरों से पता चलता है कि पिछले 30 वषरें में इस आकाशगंगा में दो महाविस्फोट हुए हैं। अभी तक इस आकाशगंगा को काफी शांत माना जाता था।
Last Updated: Friday, July 6, 2012, 08:32
खगोलशास्त्रियों ने पहली बार दो आकाशगंगा समूहों के बीच अदृश्य डार्कमैटर का विशाल तंतु खोजा है। ऐसा माना जाना है कि पूरे ब्रह्मांड का एक बड़ा हिस्सा ऐसे ही डार्कमैटर से बना हुआ है ।
Last Updated: Wednesday, April 25, 2012, 16:52
जापानी खगोलविदों ने बुधवार को कहा कि उन्होंने धरती से 12 अरब 72 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर कई आकाश गंगाओं का पता लगाया है।
Last Updated: Friday, January 13, 2012, 03:33
लंबे अध्ययन में यह बात सामने आई है कि हमारी अपनी आकाशगंगा में 160 अरब ग्रह हो सकते हैं। पत्रिका ‘नेचर’ में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार आकाशगंगा में 100 अरब तारे हैं।
Last Updated: Wednesday, December 28, 2011, 14:32
हमारी आकाशगंगा के केन्द्र में स्थित ब्लैकहोल की ओर एक नया पिंड बहुत तेजी से बढ़ रहा है और संभावना है कि करीब 18 महीने में ब्लैकहोल उसे निगल लेगा।
Last Updated: Thursday, September 8, 2011, 08:21
हॉर्वर्ड स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स के खगोलविदों के शोध के मुताबिक, आकाशगंगा में कुछ ऐसे पुराने तारे हैं जिनकी घूमने की गति अगर कम हुई तो उनमें टाइम बम की तरह विस्फोट हो सकता है.
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