बृहस्पति-चंद्रमा की होगी परस्पर युति - Zee News हिंदी

बृहस्पति-चंद्रमा की होगी परस्पर युति



नई दिल्ली/इंदौर: खगोल विज्ञान में रूचि रखने वाले लोगों को मंगलवार को सूर्यास्त के बाद अनूठा आकाशीय नाजारा देखने को उस समय मिलेगा जब बृहस्पति और चंद्रमा की परस्पर युति होगी। युति के दौरान दोनों आकाशीय पिंड पृथ्वी से बहुत निकट होंगे। प्लानेटरी सोसायटी ऑफ इंडिया के महासचिव एन. श्री रघनुदन कुमार ने आज यहां बताया कि इन दोनों पिंडों की युति का नजारा नंगी आंखों से देखा जा सकेगा। इसके अलावा इस वर्ष और कई दुलर्भ नजारे देखने को मिलेंगे।

 

उज्जैन की प्रतिष्ठित जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेंद्रप्रकाश गुप्त ने बताया कि भारतीय संदर्भ में की गई कालगणना के मुताबिक अद्भुत खगोलीय घटनाओं का यह सिलसिला 21 मई को लगने वाले वलयाकार सूर्यग्रहण से शुरू होगा। उन्होंने बताया कि वर्ष का पहला ग्रहण विशेष तौर से पूर्वोत्तर भारत में दिखाई देगा। गुप्ता ने बताया कि चार जून को आंशिक चंद्रग्रहण होगा लेकिन भारत में उस वक्त दिन होने के कारण लोग इस नजारे को नहीं देख पाएंगे।

 

तकरीबन दो सदी पुरानी वेधशाला के अधीक्षक ने बताया कि 14 नवंबर को साल का पहला पूर्ण सूर्यग्रहण होगा। लेकिन रात होने के कारण भारत में इसे देख पाना संभव नहीं होगा। 28 नवंबर को लगने वाला उपच्छाया चंद्रग्रहण इस साल का आखिरी ग्रहण होगा। उपच्छाया चंद्रग्रहण तब होता है, जब चंद्रमा पेनुम्ब्रा (ग्रहण के वक्त धरती की परछाई का हल्का भाग) से होकर गुजरता है।

 

गुप्ता ने बताया कि छह जून को शुक्र पारगमन की दुर्लभ खगोलीय घटना को देखा जा सकेगा। उन्होंने बताया कि इस घटना के वक्त पृथ्वी से देखने पर शुक्र सूर्य के सामने से धीमी रफ्तार में क्रिकेट की गेंद के आकार में गुजरता दिखायी देगा। गुप्ता ने बताया कि शुक्र पारगमन की घटना करीब छह घंटे तक चलेगी और यह नजारा पूरे भारत में देखा जा सकेगा।

(एजेंसी)

First Published: Monday, January 2, 2012, 19:48

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