Last Updated: Thursday, January 17, 2013, 14:08

मुम्बई: एक सदी से ज्यादा समय पहले लुप्त हुए भारत के पहले डायनासोर का जीवाश्म कोलकाता में दोबारा पाया गया है। यह जानकारी विज्ञान पर आधारित एक शीर्ष पत्रिका से सामने आई है। बैंगलोर स्थित `इंडियन एकेडेमी आफ साइंस` द्वारा प्रकाशित पत्रिका `करेंट साइंस` के मुताबिक `टाइटैनोसौरस इंडिकस` के नाम से पहचाने जाने वाले इस भारतीय डायनासोर का पता `जियोलोजिकल सर्वे आफ इंडिया` (जीएसआई) और `यूनिवर्सिटी आफ मिशिगन` के सहयोग से चला।
पत्रिका के मुताबिक खोए हुए डायनासोर का जीवाश्म कोलकाता स्थित जीएसआई के मुख्यालय में मिला।
इस जीवाश्म की खोज वास्तव में डब्ल्यू.एच.स्लीमैन ने 1828 में जबलपुर में की थी। हालांकि, लगभग आधी सदी बाद रिचर्ड लिडेक्कर द्वारा इसकी प्रजाति के पहचाने जाने पर इसके महत्व का पता चला।
कई लोगों के हाथों से गुजरने के बाद यह अचानक गायब हो गया था लेकिन इसका एक नमूना लंदन के नैचुरल हिस्ट्री म्यूजियम में मौजूद था।
इसके अलावा कई अन्य भारतीय डायनासोर के जीवाश्म गायब हुए हैं और जीएसआई और यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन के संयुक्त प्रयास द्वारा डायनासोर की कई प्रजातियों को ढूंढा जा रहा है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 17, 2013, 14:08