Last Updated: Tuesday, December 11, 2012, 14:22

वाशिंगटन : अमेरिका-रूस के एक संयुक्त दल ने अंटार्कटिक में भारत और अन्य देशों के अनुसंधान स्टेशनों का निरीक्षण कर अपनी 10 दिवसीय यात्रा समाप्त की। संयुक्त दल ने दोनों देशों की ओर से इस वर्ष सितम्बर में घोषित सहयोग के तहत दो भारतीय स्टेशनों भारती और मैत्री का निरीक्षण करने के अलावा अन्य देशों के स्टेशनों का भी निरीक्षण किया। दल ने जिन अन्य स्टेशनों का दौरा किया गया उनमें प्रिंसेस एजिलाबेथ (बेल्जियम), सयोवा (जापान), ट्राल (नार्वे) और जोंगशान 9चीन) शामिल हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘अमेरिका सभी स्टेशनों के दौरे के दौरान कर्मियों द्वारा किए गए सहयोग की प्रशंसा करता है।’’ संयुक्त निरीक्षण का आयोजन अंटार्कटिक संधि 1959 और उसके पर्यावरण प्रोटोकॉल के अनुपालन में किया गया जिसकी रूपरेखा अंटार्कटिक संधि प्रणाली नियम एवं अधिनियम के अनुपालन की समीक्षा के लिए बनायी गयी थी। यह निरीक्षण उस सहमति पत्र के तहत किया गया जिस पर गत सितम्बर में अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने हस्ताक्षर किये थे।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय और रूस के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने इस निरीक्षण का नेतृत्व किया जो कि दो चरण वाली प्रक्रिया का दूसरा चरण है। इस संबंध में रिपोर्ट अमेरिका और रूस की ओर से ब्रसेल्स में अगले वर्ष मई में होने वाली अगली अंटार्कटिक संधि सलाहकार बैठक में पेश किया जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 11, 2012, 14:22