Last Updated: Sunday, March 17, 2013, 15:12

मास्को : पिछले महीने रूस के यूराल में गिरा उल्का पिंड एक बड़े ग्रह का हिस्सा था, जो कई लाख साल पहले अंतरिक्ष में किसी अन्य ग्रह से टकरा गया था। समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के मुताबिक, रूस की एकेडमी ऑफ साइंस वर्नाडस्काइ इंस्टीट्यूट ऑफ जियोकेमेस्ट्री एंड एनालिटिकल केमेस्ट्री संस्था के निदेशक वैज्ञानिक एरीक गालीमोव ने बताया, यह उल्का पिंड एक क्षुद्रग्रह का भीतरी हिस्सा था, जो दसियों लाख साल पहले अंतरिक्ष में टकराने के बाद टूट गया था। यही वजह है कि उल्का पिंड में कई दरारें देखी गई हैं।
तेज ध्वनि के साथ पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करने वाला उल्का पिंड 15 फरवरी को रूस के यूराल में गिरा था, जिससे चेल्याबिंस्क शहर की हजारों इमारतें नष्ट हो गई थीं और 1500 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
नासा का अनुमान है कि 15 मीटर व्यास वाले इस उल्का पिंड के पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते ही तेज ध्वनि गूंजने लगी थी। यह पिंड सूर्य के समान एक आग के गोले के रूप में गिरा था। रूस के वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर चेल्याबिंस्क पर गिरने वाला उल्का पिंड वायुमंडल में एक लंबवत प्रक्षेपवक्र पर गिरता तो इसका परिणाम और भी बुरा हो सकता था। (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 17, 2013, 15:12