Last Updated: Thursday, December 20, 2012, 16:59
संयुक्त राष्ट्र : अफगानिस्तान से 2014 के पहले अपने सैनिकों को वापस बुलाने की अमेरिकी तैयारियों के बीच भारत ने कहा है कि इस युद्धग्रस्त क्षेत्र के समक्ष आतंकवाद का खतरा बना रहेगा क्योंकि सीमाओं के पार से वैचारिक, वित्तीय एवं अन्य तरह की मदद के जरिए आतंक का ढांचा क्षेत्र में विद्यमान है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि हरदीप सिंह पुरी ने कहा,‘अलकायदा से जुड़े तत्वों, तालिबान, लश्कर-ए-तैयबा और दूसरे संगठनों सहित पूरा आतंकवादी नेटवर्क क्षेत्र में सक्रिय तथा अलग-थलग पड़ने से काफी दूर है।’ वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बुधवार को ‘अफगानिस्तान में स्थिति’ पर हुई बहस के दौरान बोल रहे थे।
पुरी ने कहा कि अफगानिस्तान के सामने मौजूदा समय में आतंकवाद का खतरा बना हुआ है क्योंकि सीमाओं के पार से वैचारिक, वित्तीय एवं अन्य तरह की मदद के जरिए आतंक का ढांचा क्षेत्र में मौजूद है।
पुरी ने कहा,‘अफगानिस्तान में अनिश्चितता की स्थिति से आर्थिक बदहाली के साथ ही सुरक्षा को लेकर एक तरह रिक्तता पैदा होने का खतरा है। इससे भीषण लड़ाई के बाद जो कुछ हासिल हुआ है वह कम हो सकता है।’
उन्होंने कहा,‘सुरक्षा जिम्मेदारी को लेकर हो रहे बदलाव के साथ यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अफगान समाज के सभी तबकों के लिए स्थायी शांति एवं सुरक्षा बनी रहेगी।’
अफगानिस्तान में अप्रैल, 2014 में राष्ट्रपति और प्रांतीय चुनाव होने हैं। इसे अफगानिस्तान में लोकतंत्र को मजबूती देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 20, 2012, 16:59