Last Updated: Tuesday, September 18, 2012, 13:00

वाशिंगटन : पाकिस्तान को दी जाने वाली अमेरिकी सहायता को बंद करने के सांसदों के बढ़ते दबाव के बीच पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार आज यहां पहुंचेंगी और विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन समेत शीर्ष अमेरिकी अधिकारियों के साथ कई बैठकें करेंगी।
18 से 22 सितंबर की अपनी वाशिंगटन यात्रा के दौरान पाक विदेश मंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार टाम डोनिलोन तथा अमेरिकी कारोबार प्रतिनिधि रोन किर्क से मुलाकात किए जाने की संभावना है । इसके अतिरिक्त वह वाशिंगटन के एक प्रमुख थिंक टैंक कौंसिल आन फोरेन रिलेशंस को भी संबोधित करेंगी।
अपनी इन बैठकों के दौरान उम्मीद है कि खार देश को सहायता जारी रखने की जरूरत को रेखांकित करेंगी । वह अपनी अमेरिकी समकक्ष को आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में पाकिस्तान द्वारा उठाए जाने वाले कदमों का भी ब्यौरा देंगी।
उधर अपनी तरफ से अमेरिकी अधिकारियों द्वारा पाकिस्तान से देश के भीतर आतंकवादियों के खिलाफ और ठोस कार्रवाई करने की मांग किए जाने की संभावना है । हालांकि ऐसा लग रहा है कि खार को कैपिटल हिल में कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है जहां उनकी शीर्ष अमेरिकी सांसदों से मुलाकात होगी । इनमें सीनेट की विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष सीनेटर जान कैरी भी शामिल हैं ।
अपने आगमन की पूर्व संध्या पर सांसद टेड पोई ने प्रतिनिधि सभा में एक प्रस्ताव पेश किया जिसमें पाकिस्तान का गैर नाटो प्रमुख सहयोगी देश का दर्जा हटाने का प्रावधान किया गया है। प्रस्ताव में कहा गया है, पाकिस्तान से संबंध तोड़ने का समय आ गया है लेकिन हमें कम से कम अभी उनकी उस पात्रता को समाप्त कर देना चाहिए जिसके तहत वह हमारे आधुनिक हथियार हासिल करता है। टेक्सास के सांसद पोई ने एच आर 6391 प्रस्ताव पेश करने के बाद कहा, हमारे बहुत से महिला और पुरूष इस्लामाबाद की दगाबाजी के कारण मारे जा रहे हैं।
गौरतलब है कि तत्कालीन राष्ट्रपति जार्ज बुश ने 2004 में पाकिस्तान को गैर नाटो प्रमुख सहयोगी देश का दर्जा दिया था और इस एमएनएनए दर्जे के तहत आने वाले देश को रक्षा सामग्री प्राथमिकता के आधार पर प्रदान की जाती है। वाशिंगटन के बाद खार न्यूयार्क जाएंगी जहां वह देश के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के साथ संयुक्त राष्ट्र महासभा की वाषिर्क बैठक में भाग लेंगी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, September 18, 2012, 13:00