Last Updated: Tuesday, November 22, 2011, 08:24
संयुक्त राष्ट्र : भारत ने कहा है कि अफगानिस्तान की सीमाओं के भीतर और बाहर से संचालित हो रहे ‘आतंकी जाल’ को उखाड़ फेंकने के लिए दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति के साथ संयुक्त कार्रवाई की आवश्यकता है।
भारत के स्थायी प्रतिनिधि हरदीप सिंह पुरी ने संयुक्त राष्ट्र में ‘अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा’ विषय पर अपनी बात रखते हुए कहा कि अफगानिस्तान के भीतर और बाहर से संचालित हो रहे अलकायदा तालिबान और लश्कर ए तैयबा जैसे आतंकी समूहों की विचारधारा और काम करने का तरीका एक जैसा है तथा उनके संबंध समय के साथ मजबूत होते रहे हैं ।
पुरी ने पूर्व अफगान राष्ट्रपति बुरहानुद्दीन रब्बानी और राष्ट्रपति हामिद करजई के भाई अहमद वली करजई सहित वरिष्ठ अफगान नेताओं की हत्या का हवाला देते हुए कहा, ‘हम इस बात से अत्यंत चिंतित हैं कि आतंकी हिंसा में कोई कमी नहीं आई है।’ उन्होंने कहा, ‘हमें अलकायदा तालिबान और लश्कर ए तैयबा सहित आतंकी ढांचे को अलग थलग करने और उखाड़ फेंकने के लिए संयुक्त कार्रवाई की आवश्यकता है। हमें अफगानिस्तान की सीमाओं से बाहर आतंकवादियों के पनाहगाहों से कड़ाई से निपटने के लिए दृढ़ संकल्प और राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत है।’
भारत द्वारा सह प्रायोजित उस प्रस्ताव को 193 सदस्यीय महासभा ने आम सहमति से स्वीकार कर लिया जिसमें अफगानिस्तान में सुरक्षा न्याय शासन सामाजिक एवं आर्थिक विकास मेल मिलाप और एकीकरण क्षेत्रीय सहयोग तथा रणनीतिक भागीदारी जैसे क्षेत्रों में प्रयास बढ़ाने का आह्वान किया गया है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 22, 2011, 13:55