Last Updated: Friday, March 16, 2012, 13:51
सोल : उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को एलान किया कि वह एक उपग्रह को कक्षा में स्थापित करने के लिए अगले महीने लंबी दूरी के रॉकेट का प्रक्षेपण करेगा। अमेरिका ने इसे उकसाने वाली योजना करार दिया है। उत्तर कोरिया के इस प्रस्तावित कदम को उसके पूर्व के प्रक्षेपणों के बाद संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के उल्लंघन के तौर पर देखा जा रहा है।
रॉकेट के प्रक्षेपण का एलान उस वक्त किया गया है, जब हाल ही में उत्तर कोरिया के नए नेतृत्व ने लंबी दूरी की मिसाइल का प्रक्षेपण रद्द कर दिया था। उसका यह फैसला एक समझौते के तहत था, जिसके एवज वह अमेरिका से 240,000 टन खाद्य सहायता हासिल करेगी।
इस कम्युनिस्ट देश की सरकारी समाचार एजेंसी और सरकारी टेलीविजन ने कहा कि संस्थापक नेता किम इल सुंग की 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में प्रक्षेपण 12 से 16 अप्रैल के बीच होगा।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड ने कहा, इस तरह की मिसाइल से क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा होगा और यह उत्तर कोरिया की ओर से लंबी दूरी के मिसाइल का प्रक्षेपण नहीं करने की सहमति के भी खिलाफ भी होगा।
उत्तर कोरिया ने इससे पहले पांच अप्रैल 2009 को कथित तौर पर एक उपग्रह के लिए लंबी दूरी के रॉकेट का प्रक्षेपण किया था। इसके चलते संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कम्युनिस्ट देश की निन्दा की थी और प्रतिबंधों को कड़ा कर दिया था। इसके विरोध में उत्तर कोरिया छह पक्षीय परमाणु निरस्त्रीकरण वार्ता से अलग हो गया था और उसने इसके अगले महीने दूसरा परमाणु हथियार परीक्षण किया था।
दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया की ओर से लंबी दूरी की मारक क्षमता वाले रॉकेट के प्रक्षेपण की योजना के बारे में कहा है कि इससे संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव का उल्लंघन होगा।
दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में उत्तर कोरिया की इस योजना पर गंभीर चिंता जतायी।
बयान में कहा गया कि रॉकेट के प्रक्षेपण से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव संख्या 1874 का उल्लंघन होगा और इससे कोरियाई प्रायद्वीप और पूर्वोत्तर क्षेत्र की शांति एवं सुरक्षा के लिए खतरा पैदा होगा और यह उकसाने वाला कदम होगा। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 16, 2012, 19:33