Last Updated: Wednesday, December 12, 2012, 19:02
सोल : उत्तर कोरिया ने आज लंबी दूरी के एक रॉकेट का सफल प्रक्षेपण किया । संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध लगाने की चेतावनी की परवाह नहीं करते हुए किए गए इस प्रक्षेपण की प्योंगयांग के आलोचकों ने निंदा की है । उत्तर कोरिया ने कहा कि इस तीन चरणीय रॉकेट प्रक्षेपण के साथ सभी तय उद्देश्यों को प्राप्त कर लिया गया । उसने जोर देकर कहा कि इस रॉकेट प्रक्षेपण का एकमात्र उद्देश्य एक उपग्रह को अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित करना था । ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ (केसीएनए) ने कहा कि 12 दिसंबर को सोहाइ अंतरिक्ष केन्द्र से हमारे कवांगमायोंगसांग थ्री उपग्रह के दूसरे चरण का सफल प्रक्षेपण किया गया। इसमें कहा गया कि उपग्रह ने योजना के अनुसार कक्षा में प्रवेश कर लिया है।
दक्षिण कोरियाई और जापानी अधिकारियों ने पुष्टि की है कि ऐसा लग रहा है कि राकेट के सभी तीन चरणों को तय कार्यक्रम के अनुसार अलग अलग पूरा किया है। हालांकि दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता किम मिन सिआक ने चेताया है कि इस संबंध में आगे का विश्लेषण किये जाने की आवश्यकता है।
किम ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह पता करने के कई कारक हैं कि यह सफल रहा या नहीं.. हमें और विस्तृत विश्लेषण की जरूरत है। हमें अमेरिका के साथ और सलाह मशविरा करने की जरूरत है क्योंकि हमारी अपनी क्षमता सीमित है।’’ वाशिंगटन फिलहाल अभी कोई टिप्पणी नहीं की है। लेकिन जापान की सरकार ने कहा है कि वह इस ‘बहुत खेदपूर्ण’ प्रक्षेपण को बर्दाश्त नहीं कर सकता और ब्रिटेन ने उत्तर कोरिया के इस फैसले पर दुख जताया है।
सोल में राष्ट्रपति ली म्यांग बक ने इस प्रक्षेपण के असर पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक बुलाई है।
माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया के नये नेता किम जांग उन इस बात को लेकर बहुत उत्सुक थे कि यह प्रक्षेपण उनके पिता और पूर्व नेता किम जांग इल की बरसी के आस पास हो। इल की बरसी 17 दिसंबर को है। अप्रैल में ‘उन्हा तीन ’ राकेट का पिछला प्रक्षेपण असफल रहा था। इस बार के सफल प्रक्षेपण के सुरक्षा संबंधी गहरे निहितार्थ हैं। इससे उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम के तहत अंतरमहाद्वीपीय बालिस्टिक मिसाइल क्षमता और वृद्धि हुई है।
अक्तूबर में उत्तर कोरिया ने कहा था कि उसके पास अमेरिकी धरती पर हमला करने में सक्षम राकेट हैं। हालांकि कई विश्लेषकों ने इस दावे को खारिज किया था। दक्षिण कोरिया और जापान के सैन्य बलों की रिपोर्ट के अनुसार, राकेट को स्थानीय समयानुसार सुबह करीब नौ बजकर 51 मिनट पर सोहाइ केन्द्र से प्रक्षेपित किया गया । जापान ने कहा कि यह राकेट प्रक्षेपण के 12 मिनट बाद उसके दक्षिण द्वीप समूह ओकिनावा से होकर गुजरा।
गौरतलब है कि जापान ने उसकी धरती पर हमला करने वाले राकेट को मार गिराने वाली मिसाइल रक्षा प्रणाली तैनात की है। उत्तर कोरिया ने पहले प्रक्षेपण के लिए 10 से 22 दिसंबर का समय तय किया था लेकिन ‘तकनीकी दिक्कत’ आने पर सोमवार को इस समयावधि को एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया। वाशिंगटन और उसके सहयोगियों का कहना है कि यह प्रक्षेपण संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का उल्लंघन है। जापान से आई खबरों के अनुसार, जापान, अमेरिका और दक्षिण कोरिया सुरक्षा परिषद से उत्तर कोरिया पर ईरान जैसे प्रतिबंध लगाने की मांग करने पर सहमत हुए। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 12, 2012, 19:02