Last Updated: Sunday, February 5, 2012, 15:46
बीजिंग : एक दशक तक सत्ता में रहने के बाद चीन के प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ ने ग्राम्य स्तर पर लोकतंत्र की पैरवी और सुधार का आह्वान किया है।
उनका यह बयान दक्षिणी गुआंगडोंग प्रांत के एक दौरे के अवसर पर आया। वेन ने किसानों के मताधिकारों को सुनिश्चित करने और ग्राम नेतृत्व के लिए सीधा चुनाव की जरुरत को रेखांकित किया।
वेन ने कहा कि निश्चित तौर पर सुधार का रास्ता लागू होना चाहिए। प्रधानमंत्री का किसानों को मताधिकार, ग्राम्य स्तर पर सीधा चुनाव और स्व प्रशासन की पैरवी करना बिल्कुल अनोखी घटना है।
गुआंगदोंग के वुकान गांव की घटना से जोड़कर इस बयान को देखा जा रहा है, जहां ग्रामीणों ने स्थानीय पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह कर दिया।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी के मुताबिक, सत्तारूढ चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी (सीपीसी) में कट्टरपंथियों के बीच उदारवादी माने जाने वाले वेन ने कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच समस्या के समाधान के लिए सुधार ही एकमात्र रास्ता है। सुधारों के लिए उन्होंने दृढ संकल्प और साहस दिखाने की भी बात कही है।
एक दशक तक सत्ता संभालने के बाद 72 वर्षीय वेन इस साल सेवानिवृत्त होंगे। उनके साथ ही राष्ट्रपति हू जिंताओं और पार्टी में उनकी पीढ़ी के नेतृत्व को इस साल के अंत तक अगली पीढी के लिए रास्ता छोड़ना होगा। वेन ने कहा कि ग्रामीण सामुदायिक प्रशासन की बेहतरी के लिए स्वप्रशासन एकमात्र मुकम्मल रास्ता है क्योंकि स्थानीय मामले स्थानीय ग्रामीणों द्वारा सुलझाया जाना चाहिए।
हाल में वुकान में जब्त भूमि को वापस करने की मांग को लेकर 20,000 लोग एक सप्ताह तक पुलिस कारवाई का डटकर सामना किया।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया के इस घटना पर ध्यान के चलते सरकार ने उनकी मांगों को स्वीकार कर लिया और ग्राम्य परिषद के ताजा चुनाव कराने का निर्देश दिया था। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 5, 2012, 21:17