Last Updated: Friday, November 11, 2011, 05:30
मेलबर्न : चीन की बढ़ती सामरिक शक्ति और नई पीढ़ी के प्रक्षेपास्त्रों का सामना करने में जापान और गुआम के अपने नौसेना शिविरों की मुश्किलों से चिंतित अमेरिका ऑस्ट्रेलिया के डर्विन के पास स्थित नौसेना अड्डे पर अपनी नौसेना के पोत तैनात करेगा।
खबरों के अनुसार अगले हफ्ते होने वाली अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की यात्रा के दौरान लाखों डॉलर के इस नौसेना अड्डे से संबंधित घोषणा की जाएगी। यह नौसेना का अड्डा डार्विन के पास रॉबर्टसन बराक्स नाम के ऑस्ट्रेलियाई नौसेनिक अड्डे पर ही स्थापित होगा।
वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया में अमेरिकी नौसेना के ठिकाने सीमित हैं। अभी केवल एलिस स्प्रिंग्स में ही अमेरिकी नौसेना तैनात है। बतौर राष्ट्रपति ओबामा की यह पहली ऑस्ट्रेलिया यात्रा है। अगले बृहस्पतिवार को वो ऑस्ट्रेलिया की प्रधानमंत्री जुलिया गिलार्ड के साथ डार्विन का दौरा करेंगे।
अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञों ने भी कहा कि अमेरिका को नए चीनी प्रक्षेपास्त्रों से खतरा है, ऐसा पहले कभी नहीं था लेकिन चीन की बढ़ती सैन्य ताकत से अमेरिका चिंतित है और किसी भी संभावित खतरे के लिए खुद को तैयार कर रहा है। खबर के अनुसार अमेरिकी नौसेना राबर्टसन बैराक्स का इस्तेमाल करेंगी। यहां लगभग 4,500 ऑस्ट्रलियाई सैनिक तैनात हैं और आगे इनकी संख्या बढ़ायी जा सकती है। ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और पूर्व रक्षा उपसचिव ह्यूग व्हाइट ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया चीन के संबंधों पर इस निर्णय का गहरा प्रभाव पड़ेगा।
(एजेंसी)
First Published: Friday, November 11, 2011, 11:00