Last Updated: Sunday, April 14, 2013, 22:43
संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को कहा कि दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र की शांतिसेना में शामिल भारतीय सैनिकों ने संख्या में कम होने के बावजूद बहादुरी से लड़ाई लड़ी और ज्यादा लोगों को हताहत होने से बचाया।
हाल ही में दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र शांतिसेना के काफिले पर हुए हमले में पांच भारतीय सैनिक शहीद हो गए।
संयुक्त राष्ट्र के फिल्ड सपोर्ट के सहायक महासचिव एंटनी बानबरी ने नौ अप्रैल को हुए हमले के बाद दक्षिण सूडान के जोंगलेई की यात्रा कर भारतीय टुकड़ी से भेंट की। हमले में एक लेफ्टिनेंट कर्नल सहित पांच भारतीय सैनिक और संयुक्त राष्ट्र के पांच असैनिक कर्मचारी मारे गए थे।
टुकड़ी के कमांडर से घटना की जानकारी पाने के बाद बानबरी ने कहा कि करीब 150 से 200 हमलावरों ने काफिले के साथ मौजूद 35 भारतीय सैनिकों पर हमला किया।
बानबरी ने दक्षिण सूडान की राजधानी जुबा से फोन पर बताया, ‘स्पष्ट है कि यह बिना उकसावे के, असंगत और काफिले पर जानबूझ कर किया गया हमला है। भारतीय सैनिक वीरता के साथ लड़े।’
उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिकों ने अपनी और काफिले में मौजूद असैन्य लोगों की सुरक्षा करने में वीरता दिखायी। उन्होंने कहा कि यदि भारतीय सैनिकों ने इतने संकल्प से लड़ाई नहीं की होती तो संयुक्त राष्ट्र की ओर से मरने वालों की संख्या बहुत ज्यादा हो सकती थी।
बानबरी ने कहा कि दक्षिण सूडान में मौजूद संयुक्त राष्ट्र शांतिसेना के भारतीय शांतिदूत अपने साथियों की मौत से बहुत दुखी हैं लेकिन वे अपना काम पूर्ण समर्पण के साथ जारी रखेंगे। हमारी शांतिसेना में भारतीय सैनिकों का होना भाग्य की बात है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 14, 2013, 22:43