Last Updated: Monday, November 28, 2011, 10:22
न्यूयार्क : अमेरिका के एक शीर्ष समाचार पत्र का मानना है कि नाटो के उस हमले ने अमेरिका-पाकिस्तान के बीच खाई को और बढ़ा दिया है जिसमें 24 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे।
समाचार पत्र न्यूयार्क टाइम्स ने कहा कि इस घटना पर अमेरिका के ओबामा प्रशासन के खेद और इस परपाकिस्तान का गुस्सा दोनों देशों के बीच ‘अविश्वास और गहरा’ होने का संकेत है। दोनों देशों के संबंधों में सुधार की संभावनाएं नए टकरावों से और मुश्किल होती जा रही हैं। समाचार पत्र में प्रकाशित विश्लेषणात्मक लेख में कहा गया है, ‘नाटो के हवाई हमले से अफगानिस्तान सीमा को सुरक्षित करने के मुद्दे पर अमेरिका-पाकिस्तान के संबंधों की सच्चाई झलकती है। युद्ध की नीतियों से वे सीमा रणनीतियां कमजोर हो सकती है जिसके बारे में दोनों देशों के नेताओं का कहना है कि वे इसे साझा करते हैं।
शनिवार को हुई हमले की अस्पष्ट जानकारी ने इस मामले को और भी उलझा दिया है।’ जारी पाकिस्तानी अधिकारियों का जहां एक ओर कहना है कि उनकी सीमा चौकी पर हमला बिना उकसावे की कार्रवाई थी वहीं अफगानिस्तानी अधिकारी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि हवाई हमले के लिए संदेश उस समय भेजे गए जब अफगानिस्तानी और अमेरिकी कमांडो पर पाकिस्तानी सीमा की ओर से गोलीबारी की गई।
समाचार पत्र के लेख में कहा गया है, ‘पाकिस्तान में गुस्सा और जैसे को तैसे जैसी वाली प्रतिक्रिया थी जो उसके पुराने रुख से मेल खाती है। वहीं अमेरिकी की खेद जताने वाली प्रतिक्रिया हताशा और संदेह से भरी हुई थी। प्रत्येक पक्ष की प्रतिक्रिया से बढ़ता अविश्वास झलकता है जिसमें सुधार करने की संभावना प्रत्येक घटना से और मुश्किल होती जा रही है।’ इस हमले के बाद पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के लिए दो आपूर्ति रास्तों को बंद कर दिया है। वहीं नाटो ने इस हवाई हमले की जांच का वादा किया है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, November 28, 2011, 16:21