Last Updated: Sunday, November 27, 2011, 03:16
केप केनवेरल: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का अब तक सबसे परिष्कृत और सबसे बड़ा रोबोट आधारित खोजी अंतरिक्ष यान क्यूरिओसिटी मंगल ग्रह की यात्रा पर रवाना हो गया । यह इस बात का पता लगाने की कोशिश करेगा कि क्या कभी इस लाल ग्रह पर जीवन था।
आकार में एक कार के बराबर और एक टन वजनी क्यूरिओसिटी यान में लेजर किरणें हैं जो उपयोगी चट्टानों को चूर चूर कर सकती हैं । इसमें ऐसे उपकरण लगे हैं जो इन चट्टानों का विश्लेषण कर सकेंगे।
नासा की इस ड्रीम मशीन में एक रोबोट चालित भुजा, खुदाई करने वाली मशीन और दो रंगीन वीडियो कैमरों समेत विज्ञान के 10 उपकरणों का एक सेट लगा है।
इसमें लगे सेंसर उसे मंगल ग्रह के मौसम और वातावरण में विकिरण के स्तर के बारे में रिपोर्ट और महत्वपूर्ण आंकड़े नासा को भेजने में मदद करेंगे। नासा भविष्य में मानव मिशन की योजना बना रहा है जिसके लिये ये आंकड़े बेहद जरूरी हैं।
मार्स साइंस लेबोरैटरी (एमएसएल) के नाम से मशहूर यह अंतरिक्ष यान स्थानीय समयानुसार सुबह 10 बजकर दो मिनट पर एटलस वी राकेट के जरिये करीब नौ महीने की मंगल यात्रा पर रवाना हो गया।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, November 27, 2011, 08:55