Last Updated: Friday, September 23, 2011, 13:32
संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र में परमाणु सुरक्षा विषय पर हुई एक अहम बैठक के दौरान भारत ने शुक्रवार को कहा कि उन्नत परमाणु सुरक्षा मानकों पर संयुक्त कार्रवाई के जरिए संरा इस ऊर्जा में लोगों की विश्वास बहाली में कामयाब होगा. भारत ने कहा कि विकासशील देशों की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक साफ, सुरक्षित और समर्थवान ऊर्जा के रूप में परमाणु ऊर्जा में विश्वास बहाली ऐसी ही कार्रवाई से हो सकती है. विदेश सचिव रंजन मथाई द्वारा संरा में दिया गया यह बयान इसलिए ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि तमिलनाडु के कुडनकुलम परमाणु परियोजना को लेकर आम लोग जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन
कर चुके हैं.
बैठक को संबोधित करते हुए मथाई ने कहा कि परमाणु ऊर्जा को जोरदार और स्पष्ट समर्थन मिलना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने अंतरराष्ट्रीय परमाणु उर्जा एजेंसी (आईएईए) के आदेश और संसाधनों को मजबूत बनाने की बात पर भी जोर दिया ताकि संस्था अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का निर्वहन और बढ़िया तरीके से कर सके. मथाई ने कहा कि परमाणु सुरक्षा मानकों और प्रणालियों को उन्नत बनाने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों में भारत सक्रिय रूप से सहयोग करेगा और इसके लिए वह वैज्ञानिक और उद्देश्यपरक प्रस्तावों पर विचार-विमर्श करेगा.
दूसरी तरफ, सुरक्षा परिषद् की अध्यक्षता कर रहे लेबनान द्वारा संघर्ष निवारण विषय पर आयोजित एक अन्य बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस एम कृष्ण ने कहा कि राजनीतिक प्रक्रियाओं का कोई टिकाउ विकल्प नहीं है इसलिए संयुक्त राष्ट्र का प्रारंभिक ध्यान राजनीतिक समझौतों को सहज बनाने पर केंद्रित होना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रतिरोधी मानकों से बचे जाने की जरूरत है.
First Published: Friday, September 23, 2011, 19:03